केदारनाथ सीट को बचाने में भाजपा कामयाब
उपचुनाव में जीत की हैट्रिक बनाने में नाकाम रही कांग्रेस
आशा नौटियाल तीसरी बार बनीं विधायक
तीर्थ चेतना न्यूज
रूद्रप्रयाग। केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा ने शानदार जीत हासिल कर सीट को बचाने में सफल रही। कांग्रेस उपचुनाव में जीत की हैट्रिक बनाने में नाकाम रही।
राज्य की बदरीनाथ और मंगलौर सीट पर जीत हासिल करने के बाद उत्साह के साथ केदारनाथ उपचुनाव में उतरी कांग्रेस को भाजपा ने कड़ी शिकस्त दी। भाजपा की आशा नौटियाल ने कांग्रेस के मनोज रावत को 5623 मतों से हराया। आशा नौटियाल को 23814 मत मिले। कांग्रेस के मनोज रावत को 18191 और निर्दलीय त्रिभुवन चौहान ने 9303 मत हासिल किए।
इस तरह से भाजपा 2022 में मिली केदारनाथ सीट को उपचुनाव में बचाने में सफल रही। उपुचनाव की मतगणना के पहले चरण से ही भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने बढ़त बनानी शुरू कर दी थी।
बहरहाल,हर राउंड के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच मतों का अंतर बढ़ता गया। आखिरकार भाजपा इस चुनाव को 5623 मतों से जीतने में सफल रही। कांग्रेस उपचुनाव में जीत की हैट्रिक बनाने में नाकाम रही। माना जा रहा है कि निर्दलीय त्रिभुवन चौहान के दमदार प्रदर्शन ने कांग्रेस का खेल बिगाड़ दिया।
बहरहाल, आशा नौटियाल केदारनाथ सीट से तीसरी बार विधायक चुनी गई। इससे पूर्व 2002 और 2007 में भी वो केदारनाथ की विधायक रह चुकी हैं। केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा की जीत में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अहम रोल प्ले किया। उन्होंने चुनाव के दौरान क्षेत्र में कैंप किया। साथ ही चुनाव से पूर्व क्षेत्र के विकास के लिए की गई तमाम घोषणाओं ने भाजपा की जीत की पटकथा लिख दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों ने कांग्रेस द्वारा उठाए गए तमाम मुददों को बेअसर साबित कर दिया। यात्रा से लेकर दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्य रावत के टिकट के मुददे का भी चुनाव पर कुछ असर देखने को नहीं मिला।
भाजपा संगठन ने ग्राउंड पर काम करके अपने वोट को सुरक्षित रखा और उपचुनाव में शानदार जीत हासिल की।