काम न करने वाले विधायकों के लिए वोट मांगना हो रहा मुश्किल
ऋषिकेश। काम न करने वाले निवर्तमान विधायकों के पक्ष में माहौल बनाना पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए मुश्किल हो रहा है। मतदाता भी टका सा जवाब दे रहे हैं। समर्थक कुतर्कों का सहारा ले रहे हैं।
उत्तराखंड में कई क्षेत्रों के निवर्तमान विधायकों पर पिछले पांच साल में सार्वजनिक तौर पर निष्क्रिय रहने का आरोप है। कुछ विधायकों की ऐरोगेंसी के वीडियो भी खूब वायरल हो रहे हैं। हां, विधायक निजी स्तर पर खासे सक्रिय रहे और कई तरह से सक्षम भी हुए।
विधायकों के अग्गू-भग्गुओं की खूब पौ बारह रही। मगर, जनहित के मुददों और जनता के दुख दर्द से विधायक दूर ही रही। आरोप लगते रहे हैं कि उक्त विधायकों को भरोसा है कि पार्टी उन्हें बगैर जन सेवा के चुनाव जीता देगी। वो ऐसे नारोंं से चुनाव जीत जाएंगे जिनका उनका क्षेत्र तो क्या पूरे उत्तराखंड से कोई लेना देना नहीं। ऐसे निवर्तमान विधायक जनता के निशाने पर हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए उनके पक्ष में वोट की अपील करना खासा मुश्किल हो रहा है। कार्यकर्ता संबंधित क्षेत्रों में जाने से हिचकिचा रहे हैं। जनता टका सा जवाब दे रही है। कार्यकर्ता तर्क कर रहे हैं तो काफी कुछ और बातें भी सामने आ रही हैं।
ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता अब निवर्तमान विधायकों के पक्ष में कुतर्क का सहारा ले रहे हैं। ऐसे तर्क दिए जा रहे हैं जिनका राजनीति से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है। विपक्ष के प्रत्याशियों के जनता के बीच रहने, दुख दर्द में भागीदार रहने की खिल्ली उड़ाई जा रही है। जनता इन सब बातों का मूल्यांकन कर रही है।