एचएनबी विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग में समर स्कूल इंटर्नशिप कार्यक्रम

एचएनबी विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग में समर स्कूल इंटर्नशिप कार्यक्रम
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तीर्थ चेतना न्यूज

श्रीनगर। हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर के भौतिक विज्ञान विभाग की वायुमंडलीय भौतिकी प्रयोगशाला में 15 दिवसीय समय स्कूल इंटर्नशिप कार्यक्रम जारी है।

एक जून से शुरू हुए इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर से 30 प्रतिभागियों का चयन किया गया है। कार्यक्रम के संयोजक भौतिक विज्ञानी डॉ. आलोक सागर गौतम ने बताया कि इस समर स्कूल इंटर्नशिप के लिए 200 से अधिक प्रतिभागियों ने आवेदन किया जिसमें अन्तिम रूप से 30 प्रतिभागियों का चयन किया गया, जिसमें 15 प्रतिभागी ऑफलाइन जबकि 15 प्रतिभागी ऑनलाइन प्रतिभाग कर रहे हैं।

समर स्कूल इंटर्नशिप का उद्देश्य स्नातक, परास्नातक तथा शोध छात्रों में शोध भावना का विकास करना है, जिसके हेतु सभी प्रतिभागी वायुमंडलीय भौतिकी, एवं वायुमंडलीय रसायन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर शोध कर रहे हैं।

समर स्कूल इंटर्नशिपश् कार्यक्रम में विभिन्न विषय विशेषज्ञ एवं अतिथि व्याख्याता अपने व्याख्यान प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसमें अब तक डॉ आलोक सागर गौतम ( संयोजक समर स्कूल इंटर्नशिप), करन सिंह एवं संजीव कुमार अपने व्याख्यान प्रस्तुत कर चुके हैं। जिससे प्रतिभागियों में शोध के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो रही है, एवं प्रतिभागियों को उनके शोध विषय से संबधित सोफिस्टकैटेड मशीनों की हेड्स ऑन ट्रेनिंग इस कार्यक्रम का अहम हिस्सा है साथ ही सभी प्रतिभागियों को डाटा हैंडलिंग हेतु महत्वपूर्ण सॉफ्टवेर भी सिखाये जा रहे हैं।

उत्तराखंड अपने प्राकृतिक संसाधनों एवं नैसर्गिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है, किन्तु अनियंत्रित विकास, वनाग्नि एवं वाहनों से निकलने वाला प्रदूषण यहाँ की हवा को जहरीला बना रहा है, इनसे निकलने वाले एयरोसोल के सूक्ष्म कण मनुष्य की श्वशन नलिका से होते हुए यकृत तक पहुँच जाते हैं, जिनकी अधिकता से श्वाश रोग, खांसी , दमा और यहाँ तक की हृदय आघात का खतरा बना रहता है।

यदि समय रहते इन प्रदूषकों के सांद्रण को नियंत्रित नहीं किया गया तो वह समय दूर नहीं जब उच्च हिमालयी क्षेत्रों की हवा भी महानगरों की तरह जहरीली हो जायेगी। इसलिए नीति निर्माताओं को चाहिए की वे उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में इन प्रदूषित कणों की नियमित निगरानी हेतु संयंत्र स्थापित करें। गढ़वाल विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग की वायुमंडलीय भौतिकी प्रयोगशाला में शोधार्थी डॉक्टर आलोक सागर गौतम के निर्देशन में उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषित कणों, आकाशीय बिजली, एवं वायुमंडलीय रसायन पर शोध कर रहे हैं।

इस समर इंटर्नशिप में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों का विवरण निम्न है। कवम ढिल्लो ( बेनेट विश्वविद्यालय नोएडा), माधवी पारीक, पूजा गुर्जर, ज्योति शर्मा, भूमिका सुथार ( संगम विश्वविद्यालय राजस्थान), संदीप नंदी, सोनू यादव ( केंद्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान), सोनाली भारद्वाज ( श्रीदेव सुमन विश्वद्यालय उत्तराखंड), शिवम जुगलान( पीजी कॉलेज ऋषिकेश), मनोज कुमार, महरूफ अली, दीपिका डुमागा, आयुष सेमवाल, सपन, रविशा( हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर) आदि।
इस कार्यक्रम के आयोजन समिति के संयोजक डॉ आलोक सागर गौतम, एवं सदस्य करन सिंह, संजीव कुमार एवं श्यामनारायण नौटियाल सभी प्रतिभागियों एवं आम जनमानस को हिमालयी क्षेत्रों में वायुमंडलीय भौतिकी एवं वायुमंडलीय रसायन के प्रतिकूल प्रभावों पर लगातार जागरूक कर रहे हैं।

Tirth Chetna

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