गवर्नमेंट पीजी कॉलेज गैरसैंण और कर्णप्रयाग में धूमधाम से मनाया गया हिंदी दिवस
तीर्थ चेतना न्यूज
गैरसैंण/कर्णप्रयाग। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, गैरसैंण और कर्णप्रयाग में हिन्दी दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर आयोजित शैक्षिक प्रतियोगिताओं ने छात्र/छात्राओं ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।
शनिवार को गवर्नमेंट पीजी कॉलेज,गैरसैंण में कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. के0एन0बरमोला के निर्देशन में हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर आयोजित भाषण, निबंध, गीत, कविता आदि में छात्र/छात्राओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया। बीए प्रथम वर्ष के छात्र प्रशांत ने हिंदी के महत्व को बताया। इसी क्रम में पंचम सेमेस्टर की छात्रा सानिया ने हिंदी की संवैधानिक स्थिति के बारे में बताया। जगदीश एवं आदित्य ने हिंदी की कविता का वाचन किया। डॉक्टर गिरजेश कुमार ने हिंदी के स्वरूप को बताया ।
डॉ इन्द्र सिंह कोहली ने अपनी स्वरचित कविता का वाचन किया। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में भाषा के वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डाला, तत्पश्चात गोविंद बल्लभ पंत जयंती पर आयोजित प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण भी किया गया ।जिसमें भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर दर्शन बीए प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय स्थान पर तमन्ना, बी०ए० पंचम सेमेस्टर, तृतीय स्थान पर करिश्मा बीए पंचम सेमेस्टर। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर शालिनी बी०एस०सी० प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय स्थान पर प्रिया बीएससी प्रथम सेमेस्टर, तृतीय स्थान पर रितु बी०ए०तृतीय सेमेस्टर । प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर ज्योति, पूजा, सानिया, द्वितीय स्थान पर रिंकी, हेमलता, लक्ष्मी एवं तृतीय स्थान पर करिश्मा, कल्पना, सायना। इस अवसर पर श्री प्रकाश चंद, डॉ विनय श्रीवास्तव, डॉ कविता, डॉ० मुक्ता ,डॉ० निशा उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन डॉ० विनोद फर्स्वाण एवं डॉ० नीतू थपलियाल ने किया।
कर्णप्रयाग। गवर्नमंेट पीजी कॉलेज, कर्णप्रयाग में हिन्दी दिवस पर हिन्दी विभाग द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. वीएन खाली ने द्वीप प्रचलित कर किया । कार्यक्रम के प्रारंभ में कॉलेज की छात्राओं में प्रियंका, राखी और तनीषा गौड़ नेष् हिंदी भाषा की वर्तमान स्थिति व भविष्यष् को लेकर अपनी स्वरचित कविताओं का वाचन किया। वर्तमान समय में हमें हिंदी दिवस मनाने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है और भविष्य में हिंदी की स्थिति क्या होगी इन सब बिंदुओं को लेकर महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने भी अपने विचार साझा किए ।
इस मौके पर प्रिंसिपल प्रो. खाली ने हिंदी भाषा की ष्उपयोगिता व प्रासंगिकता ष्पर अपने विचार प्रस्तुत किये। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉव राधा रावत ने मंच का संचालन करते हुए कहा कि हिंदी भाषा हमारी राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है और हिंदी भाषा को समृद्ध करके ही हम अपने अस्तित्व को बचाने में सफल हो सकते हैं। रविंद्र नेगी ने भी हिंदी भाषा के महत्व व इसकी वैज्ञानिकता पर अपने विचार प्रकट किये। डॉ0 चंद्रमोहन जनस्वान ने भी वर्तमान समय में हिंदी की प्रासंगिकता को लेकर चर्चा की।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. इंद्रेश कुमार पांडे डॉ. अखिलेश कुकरेती, डॉ. आरसी भट्ट, डॉवकीर्ति राम डंगवाल, डॉ. कमल किशोर द्विवेदी, डॉव कविता पाठक, डॉ. चंद्रावती टम्टा, डॉ. पूनम डॉ. शालिनी सैनी डॉ. दिशा शर्मा, जगदीश रावत, एसव एलव मुनियाल व मुकेश कंडारी आदि उपस्थित रहे।