स्कूलों में प्रिंसिपल नहीं और ब्लॉकों में शिक्षा अधिकारी नहीं
हाल-ए- शिक्षा विभाग
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। राज्य के सरकारी स्कूलों (हाई स्कूल और इंटर कॉलेज) में प्रिंसिपल नहीं हैं और ब्लॉकों खंड शिक्षा अधिकारी के 35 और उप शिक्षा अधिकारी के 87 पद रिक्त हैं।
राज्य के गवर्नमेंट हाई स्कूल और इंटर कॉलेजों में प्रिंसिपल के 80 प्रतिशत से अधिक पद रिक्त हैं। साल दर साल रिक्तियों की संख्या बढ़ रही हैं। रिक्तियों को भरने की फिलहाल कोई सूरत भी नजर नहीं आ रही है। कारण हेडमास्टर और प्रिंसिपल पद पर शिक्षकों के प्रमोशन नहीं हो पा रहे हैं।
यही हाल अब प्राथमिक शिक्षा के उप शिक्षा अधिकारी पद पर भी हो गया है। 95 में से उप शिक्षा अधिकारी के 87 पद रिक्त चल रहे हैं। इस पद का कोई फीडर कैडर न होने से इस पर शत प्रतिशत पदों पर अधिकारियों की तैनाती मुश्किल है। हां, इस पद पर आयोग से चुने जाने वाले उप शिक्षा अधिकारी के लिए विभाग में प्रमोशन का पूरा आसमान खुला है।
राज्य में खंड शिक्षा अधिकारी के 95 में से 35 पर रिक्त हैं। आने वाले समय में रिक्तियां और बढ़ेंगी। ऐसे में समझा जा सकता है कि स्कूल और ब्लॉक स्तर पर शिक्षा की बेहतरी के हो रहे दावे धरातल पर कैसे उतर रहे होंगे।
अधिकांश उप शिक्षा अधिकारी का पद बीईओ ही संभाल रहे हैं। दो-दो चार्ज संभाल रहे अधिकारी जिम्मेदारियों के साथ कितना न्याय कर पा रहे होंगे समझा जा सकता है। कई ब्लॉकों से कई-कई बातें सुनने को मिल रही हैं।
कुछ अतिरिक्त चार्ज वाले अधिकारियों को लेकर जितने मुंह उतनी बातें भी खूब हो रही हैं। उनके काम करने के तौर तरीकों पर भी दबी जुबान सवाल भी उठ रहे हैं।