देहरादून। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, रायपुर के जूलोजी के छात्रों ने अभिनव प्रयोग किया है। लॉकडाउन में किए गए इस प्रयोग को नववर्ष कैलेंडर के रूप में उकेरा गया है।
दरअसल, कॉलेज के जूलोजी डिपार्टमेंट की प्रभारी डा. मधु थपलियाल ने लॉकडाउन में छात्रों में सकारात्मक ऊर्जा के संचार हेतु अपने आस-पास की जैव विविधता को समझने और उसे कैमरे में कैद करने के लिए प्रेरित किया था।
छात्रों ने अपने मोबाइल से ये प्रयास किए तो काफी जैव विविधता कैमरे में कैद हो गई। इस जैव विविधिता को डा. मधु थपलियाल ने कैलेंडर के रूप में उकेर दिया। बुधवार को राज्य मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी ने कैलेंडर के रूप में हुए प्रयास की सराहना करते हुए इसका विमोचन किया।
कैलेंडर में कॉलेज के आस-पास के क्षेत्र में पाई जाने वाली तितली और मोथ के चित्रों को शानदार तरीके से उकेरा गया है। इस मौके पर डा. थपलियाल ने कहा कि उत्तराखंड के डांडे-कांठे, गाड़ गधेरे, चौल-खाल जैव विविधता की दृष्टि से संपन्न है। मालदेवता क्षेत्र में भी ऐसा है। मगर, हाल के सालों में विभिन्न वजहों से जैव विविधता प्रभावित हुई है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि जैवविविधत के संरक्षण को धरातलीय प्रयासों की जरूरत है। इनके संरक्षण की जरूरत है। इस मौके पर एपीसीसीएफ एसएस रसाइली, आरके मिश्रा, कोमल, पवित्रा, आंचल, मनीषा आदि मौजूद थे।