गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज त्यूणी में आपदा प्रबंधन पर कार्यशाला
तीर्थ चेतना न्यूज
त्यूणी। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज,त्यूणी में आपदा प्रबंधन पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में छात्र/छात्राओं को प्राकृतिक आपदा के बाद व्यवस्थाओं को संभालने, सुरक्षा आदि के बारे में जानकारी दी गई।
मंगलवार को कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. अंजना श्रीवास्तव ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में आपदा प्रबंधन महत्वपूर्ण है। ताकि किसी भी आपदा के नुकसान को कम से कम किया जा सकें। उन्होंने छात्र/छात्राओं को भूकम्प ,बादल फटने , बाढ़ आने आदि पर तत्काल की जाने वाली व्यवहारिक बातें समझायीं। संयोजक भूगोल विभाग की असिस्टेंट प्रो शर्मिला ने इसके उददेश्यों और महत्व पर विस्तर से जानकारी दी।
कार्यशाला में राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक सचिन शर्मा , हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रो पूरन सिंह ने विस्तार से आपदा प्रबंधन की परिभाषा, प्रकार , पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन का महत्व बताया , श्रीमती शर्मिला ने प्राकृतिक आपदाओं पर परिचर्चा करते हुए उत्तराखंड में पूर्व में हुई बड़ी प्राकृतिक आपदाओं के कारण एवं भविष्य में ऐसी आपदाएं न हो इस पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
कार्यशाला में बी ए दिव्तीय सेमेस्टर की छात्रा कु कनिका ने हिमाचल प्रदेश की मंडी जिले में बाढ़ आने के कारण और व्यवस्था पर अपना वक्तव्य दिया , इस कार्यशाला में छात्रसंघ विश्व विद्यालय प्रतिनिधि मनीष बजेटा ने आपदा प्रबंधन पर चर्चा करते हुए पूर्व में आराकोट में आई प्राकृतिक आपदा के कारणों की विवेचना की । कार्यशाला में छात्रसंघ अध्यक्ष प्रमेश रावत , जागरुक विद्यार्थी गोविंद शर्मा भी उपस्थित रहे ।