गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज कांडा में सतत विकास एवं पर्यावरण संबधी चुनौतियों पर संगोष्ठी

तीर्थ चेतना न्यूज
बागेश्वर। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, कांडा में 21वीं सदी में हिमालयी क्षेत्र में सतत् विकास एवं पर्यावरण संबंधी चुनौतियाँ” विषय पर उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) के सहयोग से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजिक की गई।
संगोष्ठी का शुभारंभ कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. मधुलिका पाठक एवं प्रो. प्रकाश चंद्र तिवारी और कृषि वैज्ञानिक कमल पाण्डेय ने संयुक्त रूप से किया। उच्च शिक्षा के निदेशक डॉ. सी. डी. सुंठा व यूसर्क निदेशक डॉ. अनिता रावत ने ऑनलाइन माध्यम से संगोष्ठी हेतु शुभकामनाएँ दी।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. पी. सी. तिवारी ने अपने व्याख्यान के माध्यम से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न संस्थाओं के द्वारा शोध कार्य करने, संगोष्ठियों, सम्मेलनों इत्यादि में प्रतिभाग एवं आयोजन करने हेतु विभिन्न साधनों के संबंध में अवगत कराया।
उन्होंने ज्ञान के सृजन, उसकी वैद्यता एवं प्रसार हेतु निरंतर कार्य करने परबल दिया। संगोष्ठी में प्रो. डॉ. कमल पाण्डे द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत करते हिमालय क्षेत्र में पर्यावरणीय चुनौतियों को कम करने के लिए कृषि में टिकाऊ प्रौद्योगिकियों और परिणामों को चिह्नित करने का प्रयास किया।
संगोष्ठी में विभिन्न महाविद्यालयों से आए प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों ने 21वीं सदी में हिमालयी क्षेत्र में स्थायी विकास एवं पर्यावरणीय चुनौतियाँ विषय पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। संगोष्ठी के समापन पर प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. विनोद कुमार ने उक्त दो दिनों में व्याख्याताओं द्वारा दिए गए व्याख्यान एवं शोधार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए शोध पत्रों को सारांशित किया।
इस अवसर पर कॉलेज की पत्रिका प्रयासका विमोचन भी किया गया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. मधुलिका पाठक ने सभी का संगोष्ठी में भागीदारी हेतु आभार प्रकट किया। साथ ही, उन्होंने संगोष्ठी के सफल के आयोजन हेतु डॉ. उमा पाण्डेय पडलिया (संयोजक), श्री केवला नंद (सह-संयोजक) के प्रयासों की सराहना की। संचालन डॉ. विनोद साह, श्रीमती भारती एवं सुश्री नीतू
द्वारा किया गया।