गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज देहरादून शहर में करियर काउंसलिंग कार्यशाला
प्रतिस्पर्द्धा के दौर में स्वयं को साबित करने के लिए योजनाबद्ध मेहनत जरूरी
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, देहरादून शहर में आयोजिक कॅरियर काउंसलिंग कार्यशाला में छात्र/छात्राओं के करियर के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
बुधवार को करियर काउंसलिंग एवं एनएसएस के तत्वाधान में महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को करियर संबंधी जानकारी के साथ-साथ कौशल विकास पर भी संगोष्ठी की गई इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि जिला सेवायोजन अधिकारी परवीन चंद्र गोस्वामी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डा. डीएस मेहरा ने कहा कि आज छात्रों के लिए भविष्य निर्धारित करना बड़ी चुनौती है इसलिए हमें स्वरोजगार की ओर अपना कौशल विकास करना चाहिए छात्रों के अंदर कई संभावनाएं हैं जिसे वह अपने कौशल को दिखा सकते हैं।
जिला सेवायोजन अधिकारी गोस्वामी जी ने छात्रों को रोजगार के प्रति जागरूक करने का काम किया उन्होंने भारत सरकार की रोजगार संबंधी कई योजनाओं को भी छात्र-छात्राओं की सामने रखा। उन्होंने करियर को अपनी रूचि के मुताबिक चुनने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है आज भारत की प्रति जापान यूरोप जर्मनी जैसे मशीनीकरण देशों में मशीनों को संचालित करने वाले क्षमता वान नौजवान नहीं है।
इसलिए सब की नजर भारत की तरफ है उन्होंने जिला सेवायोजन देहरादून द्वारा गरीब छात्र छात्राओं के लिए प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी हेतु निशुल्क कोचिंग प्राप्त करने हेतु सहसपुर में कोचिंग सेंटर में प्रवेश के संबंध में छात्र-छात्राओं को आवेदन भी भरवाए।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा. भालचंद सिंह नेगी ने कहा कि सभी छात्रों को आज अपना लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है तभी जाकर हम आगे अपनी मंजिल पा सकते हैं। में डॉ पंकज बहुगुणा ने छात्र-छात्राओं मोबाइल का प्रयोग रोजगार परक शिक्षा और रोजगार हेतु कौशल विकास के कार्यक्रमों को सीखने समझने के लिए प्रेरित किया और कहा की आज हमें तकनीकी का प्रयोग अपने जीवन विकास के लिए करना चाहिए ना कि केवल समय पास करने के लिए।
डा. मुक्ता डंगवाल ने छात्र छात्राओं को तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ परंपरागत रोजगार कि संसाधनों की तरफ रुचि रखते हुए उनसे आर्थिकी सृजन करने का माध्यम सुझाया इस क्रम में जिला सेवायोजन सहायक अधिकारी सुश्री लक्ष्मी यादव के अलावा महाविद्यालय के शिक्षकों में डॉ. कामना लोहानी डॉ. राजमणि पटेल, डॉ. प्रत्यूषा ठाकुर, डॉ रेनू गौतम, डॉ. मंजू भंडारी, डॉ. सुनैना भट्ट, डॉ प्रदीप पेटवाल, आशा रंगोली ,विपिन कोटियाल, प्रताप सिंह, डॉ. कपिल सेमवाल , प्रो. उषा नेगी, डॉ. डी पी पांडे, डॉ माधुरी कोहली, डॉ प्रतिभा बहुगुणा आदि मौजूद थे।