गवर्नमेंट पीजी कॉलेज गैरसैंण में आपदा प्रबंधन पर संगोष्ठी
प्रकृति की व्यवस्थाओं को आत्मसात करना होगाः प्रो. बरमोला
तीर्थ चेतना न्यूज
गैरसैंण। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, गैरसैंण में आपदा प्रबंधन विषय पर आयोजित संगोष्ठी में विषय विशेषज्ञों ने उत्तराखंड से जुड़ी तमाम जानकारियां दी।
गुरूवार को आपदा प्रबंधन विषय पर आयोजित संगोष्ठी का कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. केएन बरमोला ने शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी चिंता की बात है। इस पर आम जनमानस से भी गौर करने की अपेक्षा है।
उन्होंने कहा कि प्रकृति की व्यवस्थाओं के मुताबिक स्वयं को ढालना होगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने कई चुनौतियों का आसान किया है। आज से 100 साल पहले समुद्री तूफान से समुद्री तटीय स्थान के हजारों लोग मारे जाते थे ,लेकिन आज उपग्रह तकनीक से समुद्री तूफान की सूचना एक सप्ताह पहले लोगों को दे दी जाती है ,और जान- माल का नुकसान काफी हद तक बचाया जाता है। ऐसी ही तकनीकें उत्तराखंड पहाड़ी क्षेत्र के लिए भी विकसित की जानी आवश्यक है।
गैरसैंण के आपदा प्रबंधन इकाई से संदीप एवं आशुतोष द्वारा आपदा प्रबंधन से संबंधित जानकारी दी गयी ।श्री संदीप ने उत्तराखंड में भूकंप, भूस्खलन , वनाग्नि, अतिवृष्टि से बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।इस अवसर पर डॉ० इंद्रसिंह कोहली ने जलवायु परिवर्तन का पर्वतीय क्षेत्रों पर इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
छात्रसंघ अध्यक्ष प्रकाश खत्री ने उत्तराखंड पर आ रही बार-बार आपदा पर चिंता व्यक्त करते हुए जन जागरूकता बढ़ाने की बात कही । इस अवसर पर छात्र-छात्राएं और सभी प्राध्यापक उपस्थित थे। मंच का संचालन डॉ० दुर्गा प्रसाद जी ने किया।