गवर्नमेंट पीजी कॉलेज अगस्त्यमुनि में तम्बाकू निषेध कार्यशाला
तम्बाकू समेत अन्य नशे से युवा पीढ़ी को बचाने पर हो फोकसः प्रो. नेगी
तीर्थ चेतना न्यूज
अगस्त्यमुनि। युवा पीढ़ी को तम्बाकू समेत अन्य प्रकार के नशे से दूर रखने पर खास फोकस करने की जरूरत है। इसके लिए समाज को आगे आना होगा।
ये कहना है गवर्नमेंट पीजी कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. पुष्पा नेगी। प्रो. नेगी कॉलेज में तम्बाकू निषेघ विषय पर आयोजित कार्यशाला में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि निरोगी काया जीवन का पहला सुख है। आज की पीढ़ी तक ये संदेश पहुंचाने की जरूरत है।
तम्बाकू निषेध समिति के सदस्य एवम वक्ता डॉ अखिलेश्वर द्विवेदी जी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि भारत को युवाओं का देश कहा जाता है किंतु हमारे देश के अधिकांश युवा किसी न किसी प्रकार के तम्बाकू या तम्बाकू से निर्मित सामग्री का सेवन कर रहे है ।
अधिकांश युवा स्टेटस सिंबल , आधुनिकता और फैशन के तौर पर तम्बाकू के सेवन पर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे है ।
कुछ लोग इसे वर्क लोड के स्ट्रेस और तनाव को दूर करने का आसान तरीका मान कर अपना रहे है । डा द्विवेदी जी ने बताया कि वर्क लोड के स्ट्रेस और तनाव को दूर करने के लिए तम्बाकू का प्रयोग कुछ क्षण के लिए आपको आराम तो देगा किंतु धीरे धीरे आपके शरीर को खोखला करता जायेगा । पाश्चात्य सभ्यता अपने स्ट्रेस और तनाव को दूर करने अथवा कम करने के लिए भारतीय संस्कृति की पद्धतियों जैसे योग, आध्यात्म एवम साधना को अपना रहा है , किंतु हमारे देश के युवा वर्ग पाश्चात्य सभ्यता को अपना रहे है ।
डा. दलीप बिष्ट जी ने बताया कि विदेशी ताकतें देश को कमजोर करने के लिए देश के युवाओं को नशे का गुलाम बनाने पर लगी है ।किसी परिवार को अपने घर के युवा व्यक्ति से उम्मीद होती है कि वो परिवार को सभी प्रकार की सुरक्षा एवम मजबूती प्रदान करेगा । यदि युवा स्वयं में ही नशे की लत में गिरफ्त होकर अपने आपको कमजोर कर देगा तो वह परिवार को कैसे मजबूत कर पाएगा ।
डा. प्रकाश फोंदनी जी ने तम्बाकू के सेवन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों एवम दूरगामी परिणामों की चर्चा की , उन्होंने बताया कि तम्बाकू के सेवन से रोगग्रस्त व्यक्ति केवल स्वयं में ही रोग ग्रस्त नही होता वरन सम्पूर्ण परिवार को तनाव युक्त रोगी बना देता है।
कार्यशाला का संचालन महाविद्यालय तम्बाकू निषेध समिति के नोडल अधिकारी डा हरिओम शरण बहुगुणा जी तथा तकनीकी सत्र का संचालन एवम धन्यवाद ज्ञापन डा सुधीर पेटवाल जी ने किया। कार्यशाला में महाविद्यालय के 220 छात्र व छात्राएं लाभान्वित हुए । इस कार्यशाला में महाविद्यालय के प्राध्यापक डा एल डी गार्गी , डा पूनम भूषण, डा ममता भट्ट, डा आबिदा, डा अनुज चौधरी, डा जितेंद्र सिंह, डा दयाधार सेमवाल इत्यादि उपस्थित थे।