प्रिंसिपल प्रो. बीके सिंह के प्रयासों से गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज नन्दासैण बेहतरी की राह पर
एक प्रिंसिपल ऐसा भी
उत्तराखंड देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है जहां 80 प्रतिशत से अधिक गवर्नमेंट डिग्री/पीजी कॉलेजों में प्रिंसिपल तैनात हैं। वहीं उन राज्यों में भी शामिल है जहां स्कूली शिक्षा में 80 प्रतिशत स्कूल बगैर प्रिंसिपल के हैं। कुछ प्रिंसिपल ने बेहतर काम, कुशल नेतृत्व से कॉलेज की तस्वीर बदल दी। ऐसे कॉलेजों और लीड कर रहे प्रिंसिपलों को हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com का सलाम।
आज से हम ऐसे स्कूल/ कॉलेजों के प्रिंसिपल पर एक प्रिंसिपल ऐसा भी नाम से साप्ताहिक कॉलम प्रकाशित कर रहे हैं। ये कॉलेज हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com के साथ ही रविवार को प्रकाशित होने वाले हिन्दी सप्ताहिक तीर्थ चेतना में भी प्रकाशित किया जाएगा।
नन्दासैण। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, नन्दासैंण बहुत कम समय में बेहतरी की राह पर अग्रसर हुआ है। इसका श्रेय जाता है कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. बीके सिंह को।
रसायन शास्त्र के प्राध्यापक रहे प्रो. बीके सिंह ने यहां बतौर प्रिंसिपल कार्यभार संभालने के दिन से ही इसकी बेहतरी के लिए काम करना शुरू कर दिया था। रसायनों की आपसी क्रिया और प्रतिक्रिया को अच्छे से समझने वाले प्रो. सिंह ने यहां कम्यूनिटी के माध्यम से कॉलेज की बेहतरी की राह पकड़ी।
इसमें उनका लंबा शैक्षणिक और राज्य के बढ़े कॉलेजों में सेवा का अनुभव काम आया। परिणाम दो सालों के भीतर ही कॉलेज बेहतरी की राह पर अग्रसर हो गया है। वर्ष 2015-16 में स्थापित गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, नन्दासैण में 2019 में प्रो. सिंह ने प्रिंसिपल का पद संभाला था। दो सालों में कॉलेज भवन के लिए चिन्हित भूमि की रजिस्ट्री और भूमि पूजन का काम हो चुका है। जल्द कालेज भवन भी आकार ले लेगा।
अच्छे कप्तान की तरह प्रो. सिंह ने प्राध्यापकों और छात्र/छात्राओं में भरोसा जगाने का काम किया। कॉलेज में आए दिन होने वाली शैक्षणिक गतिविधियां इस बात का प्रमाण है। इससे ठेठ ग्रामीण क्ष़ेत्र के इस कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र/छात्राओं आत्मविश्वास देखते ही बनता है।
बातचीत में प्रो. बीके सिंह का कहना है कि अभी कॉलेज नया है। आधारिक संसाधन जुटाए जा रहे हैं। स्नातक स्तर पर कला संकाय के छह विषय पढ़ाए जा रहे हैं। कॉलेज के प्राध्यापक एक टीम की तरह पूरे मनोयोग से इसकी बेहतरी के काम में लगे हुए हैं।
छात्र/छात्राएं प्रतिस्पर्द्धा के इस दौर में स्वयं को हर स्तर पर साबित कर सकें इसके लिए कॉलेज में प्रयास हो रहे हैं। क्षेत्र में कॉलेज के माध्यम से उच्च शिक्षा का उजियारा फैले इसके लिए मुक्त विश्वविद्यालय का स्टडी सेंटर भी कॉलेज में स्थापित किया गया है।
यूजीसी से कॉलेज को 2 एफ की मान्यता भी मिल गई है। यही नहीं कॉलेज में सेल्फ मोड में दो कोर्स शुरू कराने की तैयारी है। कॉलेज की पत्रिका नन्दिनी का जल्द प्रकाशन होने जा रहा है।