चुनाव परिणामों का उत्तराखंड की राजनीति पर दिखेगा असर
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। आम चुनाव के परिणामों का उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा असर दिखेगा। राज्य के सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष की राजनीतिक चुनाव परिणाम से प्रभावित होगी।
चार जून को देश की 18 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव का परिणाम सामने आएगा। इसका असर उत्तराखंड की राजनीति पर भी देखने को मिलेगा। पांच लोकसभा सीटों वाले इस राज्य में 70 विधानसभा क्षेत्र हैं। इसमें फिलहाल 68 विधायक काम कर रहे हैं। दो सीट अलग-अलग वजहों से रिक्त हैं।
बहरहाल, आम चुनाव का परिणाम राज्य की राजनीति पर कई तरह से प्रभाव डालेगां। इस प्रभाव सत्ता पक्ष से लेकर विपक्षी खेमे में भी दिखेगी। सत्ता पक्ष में चुनाव परिणाम में विधायकों/मंत्रियों की मेहनत का मूल्यांकन होगा। इसका सीधा असर कैबिनेट विस्तार और बदलाव के रूप में दिख सकता है।
संगठन में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। चुनाव के दौरान कई विधानसभा क्षेत्रों में जो कुछ देखने और सुनने को मिला उसको लेकर चिटठी पत्रियां भी खूब चलेंगी। मौखिक बातें तो उपर तक पहुंच ही चुकी हैं।
कांग्रेस की राज्य की राजनीति को भी चुनाव परिणाम कई तरह से प्रभावित करेगा। चुनाव का स्कोर कुछ भी रहे। अब कांग्रेस राज्य में परंपरागत राजनीति से आगे बढ़ सकती है। स्वयं के बजाए बेटे को हरिद्वार से चुनाव मैदान में उतारने वाले हरी पूर्व सीएम एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत का आगे राजनीतिक भविष्य भी इस चुनाव परिणाम से ही तय होगा।
पौड़ी लोकसभा सीट पर पर प्रत्याशी रहे गणेश गोदियाल ने पार्टी हाईकमान का ध्यान आकृष्ठ किया है। चुनाव परिणाम कुछ भी हों गोदियाल को पार्टी में तवज्जो मिलना तय है।