उत्तराखंड के भानियावाला से ऋषिकेश तक अब नहीं लगेगा जाम,एनएचएआई बनाएगा फोरलेन सड़क
देहरादून। भानियावाला से ऋषिकेश तक की सड़क को फोरलेन बनाने की कवायद शुरू हो गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इसका प्रारंभिक सर्वे शुरू कर दिया है। भानियावाला से जौलीग्रांट चौक तक एलिवेटेड हाईवे बनेगा। रानीपोखरी और ऋषिकेश के बीच हाथियों के लिए दो अंडर पास भी बनाए जाएंगे। सात मोड को भी सीधा करने की योजना है। इस योजना के धरातल पर उतरने के बाद ऋषिकेश से भानियावाला तक सफर काफी सुगम हो जाएगा, समय की भी बचत होगी।
देहरादून-हरिद्वार हाईवे फोरलेन हो चुका है। देहरादून से ऋषिकेश जाने के लिए भानियवाला तक काफी सुगम हो गया है, लेकिन भानियावाला से ऋषिकेश तक करीब 22 किमी सड़क टू लेन है। यह सड़क पीडब्लयूडी के पास है, लेकिन अब इसे एनएचएआई को हैंडओवर करने की तैयारी है।
एनएचएआई इस सड़क को फोरलेन में तब्दील करेगा। हाईवे की चौड़ाई 12 से बढ़ाकर 25 मीटर हो जाएगी। इसके साथ ही भानियावाला से जौलीग्रांट तक आबादी क्षेत्र है। यहां चौड़ीकरण की जद बड़ी संख्या में भवन आ रहे हैं। भवनों को बचाने के लिए यहां तीन किलोमीटर का एलिवेडट फ्लाइओवर बनाने की तैयारी है।
रानीपोखरी-ऋषिकेश के बीच दो अंडर पास
रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच सड़क राजाजी पार्क क्षेत्र से होकर गुजरती है। यहां हाथियों के परंपरागत रास्ते (कॉरिडोर) हैं। सड़क के कारण यहां हाथियों का रास्ता बाधित हो रहा है। पिछले कुछ सालों में हाथी यहां कई लोगों को मौत के घाट पर भी उतार चुका है। ऐसे में एनएचएआई यहां दो स्थानों पर एलिवेटेड फ्लाइओवर के साथ अंडर पास बनाएगा, ताकि जंगली जानवर आसानी से आवाजाही कर सके।
सात मोड़ को सीधा करने की तैयारी
एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक पीडब्ल्यूडी ने सात मोड़ को सीधा करने की योजना बनाई थी। उसमें काफी पेड़ कट रहे हैं, लेकिन हम भी सात मोड़ को काफी हद सीधा करेंगे, लेकिन इसमें पेड़ों को बचाने की पूरी कोशिश होगी। सात मोड़ सीधा करना जरूरी है। यहां वाहनों की आवाजाही जोखिम भरी बनी रहती है। यहां पर कई बार हादसे भी हो चुके हैं।