लगता है कोई चुनाव नजदीक है
कहीं विकास न होने की बात तो कहीं बज रहा उपलब्धियों का ढोल
तीर्थ चेतना न्यूज
मुनिकीरेती। लगता है कोई चुनाव आने वाला है। सामाजिक आयोजनों में इसकी झलक दिखने लगी है। किसी कोने पर विकास न होने की कानाफूसी होने रही है तो मंच के आस-पास उपलब्धियों के ढोल बजाने की कोशिशें हो रही हैं।
देश में आम चुनाव 2024 में होने वाले हैं। उससे पहले उत्तराखंड में निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं। इसका भले ही ऐलान नहीं हुआ हो मगर, चुनाव लड़ने के इच्छुक छोटे-बड़े नेताओं ने स्कूली परीक्षा जैसे पंक्चुअलिटी दिखानी शुरू कर दी है। यानि तैयारियां शुरू हो गई हैं।
सामाजिक आयोजन में भी चुनावी रंग दिखने लगा है। पक्ष-विपक्ष एक प्रशाल के नीचे दिख रहे हैं। कोई आशातीत विकास न होने पर कानाफूसी कर खास प्रकार के मुददे को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं तो कोई प्रशाल में सजे मंच के आस-पास उपलब्धियों के ढोल पीटने का प्रयास कर रहा है।
चुनाव में दिखाने के लिए कुछ कान अपने कन्ने रखे हुए हैं। उत्तराखंड के छोटे-बड़े विकास की कहानी चुनाव से उसी तरह से लिंक की जा रही है जैसे आधार नंबर और पैन नंबर। यानि चुनाव के बगैर विकास सून। सिस्टम का रंग ढंग भी काफी हद तक ऐसा ही होने लगा है।
बड़े प्रोजेक्ट के छोड़िए विधायक और सांसद निधि के छोटे-मोटे कार्यों में चुनाची बयार साफ-साफ महसूस की जा सकती है। इसीलिए तो लग रहा है कि उत्तराखंड में शायद कोई चुनाव आने वाला है।