गवर्नमेंट पीजी कॉलेज उत्तरकाशी में छात्र/छात्राओं को बताई चित्रकला की बारीकियां

तीर्थ चेतना न्यूज
उत्तरकाशी। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, उत्तरकाशी के देवभूमि उद्यमिता केंद्र में चल रहे उद्यमिता विकास कार्यक्रम के सातवें दिवस पर छात्रों ने चित्रकारी की बारीकियां सीखी।कार्यक्रम के रिसोर्स पर्सन उत्तराखंड की संस्कृति को अपनी चित्रकला के माध्यम से भारत ही नहीं विश्व स्तर पर अलग पहचान दिलाने वाले मुकुल बड़ोनी रहे।
उन्होंने छात्रों कोचित्रकला के माध्यम से रोजगार और उद्यमिता की जानकारी दी। चित्रकला में रोजगार की सम्भावना के साथ ही मानसिक शान्ति भी अनुभूत होती है। इस अवसर पर कार्यक्रम की नोडल अधिकारी प्रो. मधु थपलियाल ने कहा कि उत्तराखंड में चित्रकला के क्षेत्र में रोजगार की अपार सम्भावनाएं हैं।
प्रतिवर्ष उत्तराखंड में लाखों यात्री आते हैं जिन्हें चित्रकारी के माध्यम से उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू करवा कर उद्यमी भी बना जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डॉ. प्रवीण भट्ट ने उत्तराखंड की वास्तु शिल्प और मंदिरों की पेंटिंग्स के माध्यम से उद्यमिता की बात कही। डॉ. लोकेश सेमवाल ने प्राकृतिक चित्रण के माध्यम से पर्यटन की सम्भावनाओं पर प्रकाश डाला।
इस अवसर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. पंकज पन्त ने कहा कि देव भूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत यह बहुत ही उत्कृष्ट कार्यक्रम चल रहा है इससे निश्चित ही छात्रों को लाभ होगा और वे भविष्य में चित्रकला में स्वरोजगार की सम्भावनाओं के अवसर खुलेंगे। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय जल्द ही घाट पर हाट कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है जिसमें महाविद्यालय के छात्रों के उत्पाद गंगा के घाटों पर बेचे जाएंगे।
आज के कार्यक्रम में कुमाऊँ विश्वविद्यालय से चित्रकला के स्नातक के छात्र दीपक,विनय मोहन चौहान, स्वाति नौटियाल ने उत्कृष्ट सहभागिता की।इस अवसर डॉ. अंजना रावत,विभिन्न विभागों के प्राध्यापक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।