उत्तराखंड में पर्यटन के विकास में आ रही समस्याओं पर चर्चा

पर्यटन दिवस पर ज्योग्राफिकल सोसायटी ऑफ़ सेंट्रल हिमालय का वेबीनार
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में पर्यटन के विकास में आ रही तमाम समस्याओं और उनके निराकरण के साथ ही पर्यटन गतिविधियों और आधारभूत विकास पर चर्चा की गई।
शनिवार को पर्यटन दिवस पर ज्योग्राफिकल सोसायटी ऑफ़ सेंट्रल हिमालय के बैनर तले आयोजित वेबीनार में उत्तराखंड में पर्यटन विकास पर चर्चा की गई। वेबीनार में राज्य के समस्त महाविद्यालयों के भूगोल विभाग के प्राध्यापक तथाछात्र- छात्राओं ने भाग लिया।
वेबीनार का शुभारंभ सोसायटी की अध्यक्ष एच.एन.बी.गढ़वाल विश्वविद्यालय क़े पौड़ी कैंपस में भूगोल विभागाध्यक्ष प्रो. अनीता रूडोला जी द्वारा किया गया, वेबीनार में प्रथम वक्ता के रूप में डायरेक्टर सेंटर फॉर माउंटेन टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्टडीज और केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट में डीन प्रोफेसर एस.के. गुप्ता ने उत्तराखंड हिमालय में पर्यटन के प्रकार, दो दशकों में पर्यटन की स्थिति, तथा सतत विकास के साथ पर्यटन विकास पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की सतथा दूसरे वक्ता के रूप में एम.बी.पी.जी कॉलेज हल्द्वानी के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बी. आर.पंत जी थे जिन्होंने उत्तराखंड में पर्यटन विकास तथा पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में माइग्रेशन से पर्यटन विकास में आ रही समस्याओं के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।
व्याख्यान को समराइज करने का कार्य मिजोरम यूनिवर्सिटी के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बी.पी सती जी द्वारा किया गया, साथ ही उत्तराखंड में पर्यटक स्थलों में जो मूलभूत आवश्यकताओं की अनुपलब्धता है उस पर विशेष जोर देकर बताया कि जब तक पर्यटक स्थलों पर सारी सुविधाएं उपलब्ध नहीं होगीं तब तक पर्यटन का विकास संभव नहीं है पर विशेष बल दिया।
सोसायटी के संरक्षक प्रोफेसर कमलेश कुमार जी द्वारा पर्यटन विकास पर एक कविता का प्रकाशन किया गया, तत्पश्चात हेमंती नंदन गढ़वाल विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के भूतपूर्व प्रोफेसर डी.डी चोनियाल जी द्वारा उत्तराखंड में जियोलॉजिक टूरिज्म का विकास किए जाने की बात की गई, वेबीनार मैं संचालन का कार्य डॉ राजेश भट्ट द्वारा किया गयावक्ताओं का धन्यवाद डॉक्टर किरन त्रिपाठी द्वारा किया गया।
वेबीनार में सोसायटी के संरक्षक प्रोफेसर कमलेश कुमार,फेलो सदस्य, प्रोफेसर बीपी सती जी,प्रोफेसर जी.एस रावत जी,प्रोफेसर डी.डी चोनियाल जी,वरिष्ठ सदस्य प्रोफेसर बी. आर.पंत जी ,प्रोफेसर एम.एस नेगी ., प्रोफेसर डी.एस नेगी , प्रोफेसर बी.पी नेथानी , प्रोफेसर राजशेखर , प्रोफेसर अनीता पांडे ,प्रोफेसर पूनम रौतेला , तथा सोसायटी के सह संरक्षक डॉक्टर प्रेमलाल टम्टा कोषाध्यक्ष डॉक्टर कमल बिष्ट जी व सह सचिव डॉक्टर मंजू भंडारी डॉक्टर बीपी देवली जी, डॉक्टर संतोष वर्मा जी डॉक्टर बलूंड़ी जी डॉक्टर चंद्रप्रभा कंडवाल डॉक्टर बच्चन लाल उत्तरकाशी, डॉक्टर बी.बी भट्ट रानीखेत, डॉक्टर अर्चना नौटियाल डॉक्टर ममता शर्मा डॉक्टर अनिल दत्त डॉक्टर अंजली डॉ उपेंद्र चौहान जी डॉक्टर वीर सिंह डॉक्टर रियाज अहमद स्नातकोत्तर महाविद्यालय पोखरी के भूगोल विभाग के प्रोफेसर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार के भूगोल विभाग के प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय अगस्त मुनि के भूगोल विभाग के प्रोफेसर्स तथा कई महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने भाग लिया।