गवर्नमेंट पीजी कॉलेज नई टिहरी की यूसीसी समिति का एनएसएस शिविर में जागरूकता अभियान

तीर्थ चेतना न्यूज
नई टिहरी। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, नई टिहरी की यूनिफॉर्म सिविल कोड समिति ने एनएसएस शिविर में कार्यशाला के माध्यम से यूसीसी के बारे में स्वयं सेवियों को जागरूक किया।
जीआईसी, पांगर खाल में चल रहे कॉलेज के सात दिवसीय एनएसएस शिविर में बुधवार को यूनिर्फा सिविल कोर्ड समिति जन जागरूकता के उददेश्य से कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला में स्वयं सेवियों को यूसीसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
यूसीसी समिति की नोडल अधिकारी एवं संयोजिका डॉ. वंदना चौहान ने स्वयंसेवकों को यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में विस्तार से यूसीसी के तमाम प्रावधानों के बारे में बताया। इसके लाभ- हानि तथा उसमें सजा के प्रावधानों पर विस्तार से स्वयंसेवकों को अवगत कराया ।
डॉ. भारती जायसवाल, द्वारा स्वयंसेवकों को महिलाओं के अधिकारों से अवगत कराया । डॉ मीनाक्षी शर्मा द्वारा स्वयं सेवकों को एलजीबीटी के अधिकारों को संरक्षित करते हुए प्रकाश डाला।
डॉक्टर चंचल गोस्वामी, द्वारा लिविंग रिलेशन मैं यहां रहने वालों के अधिकारों एवं कानून सुरक्षा से स्वयंसेवकों को अवगत कराया । इसी क्रम में डॉक्टर हर्षित जोशी, ने यूनिफॉर्म सिविल कोड में भविष्य में संभावित बदलावों पर प्रकाश डाला ।
डॉक्टर गीता सैनी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड की इंप्लीमेंटेशन चुनौतियों से स्वयंसेवकों को अवगत कराया। उक्त कार्यशाला में उपस्थित डॉ वी़ पी सेमवाल, वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी छैै ने यूनिफॉर्म सिविल कोड की उत्तराखंड में लागू होने के कारणो पर प्रकाश डाला तथा डॉ आशा डोभाल, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को उत्तराखंड में लागू होने की चुनौतियां से अवगत कराया।
कार्यशाला में स्वयंसेवकों का ब्रेनस्टॉर्मिंग सेशन आयोजित किया गया जिसमें सभी स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभा किया जिसमें अनिल ,कुमारी ऐश्वर्या , अमन, कुमारी अंजली , रचित ने यूनिफॉर्म सिविल कोड मे सामाजिक, धार्मिक, अल्पसंख्यक अधिकारों , आरक्षण, दहेज, संपत्ति अधिकार, लिविंग रिलेशनशिप विषयों पर विविध प्रश्न पूछे तथा यूनिफॉर्म सिविल कोड के सदस्यों द्वारा उनकी शंकाओं एवं प्रश्नों का निवारण किया गया ।
उक्त कार्यशाला में यूनिफॉर्म सिविल कोड समिति की नोडल अधिकारी एवं संयोजिका डॉक्टर वंदना चौहान ने स्वयंसेवकों को यूनिफॉर्म सिविल कोड को अपनाने और अन्य लोगों तक उनके द्वारा जागरूक करने तथा उत्तराखंड में इसकी सफलता के लिए प्रेरित किया । उक्त कार्यशाला में श्रीमती मधु, प्रवीण जी , मानसिंह श्रीमती बीना भी उपस्थित रहे।