श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की प्राध्यापकों को चेतावनी

मूल्यांकन कार्य में आनाकानी की तो होगी कार्यवाही
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने राज्य के गवर्नमेंट डिग्री/पीजी कॉलेज के प्राध्यापकों को मूल्यांकन कार्य में आनाकानी करने पर कार्यवाही की चेतावनी दी है। उन्होंने मूल्यांकन केंद्राध्यक्ष से ऐसे प्राध्यापकों की सूची तलब की है।
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में इन दिन सम सेमेस्टर की परीक्षाओं का मूल्यांकन कार्य चल रहा है। इसके लिए सेवित क्षेत्र में 12 मूल्यांकन कंेद्र बनाए गए हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने जरूरत के मुताबिक विभिन्न गवर्नमेंट/ मैनेजमेंट डिग्री/पीजी कॉलेज के प्राध्यापकों को परीक्षक के तौर पर नामित किया है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव दिनेश चंद्रा ने कार्यालय आदेश में कहा है कि मूल्यांकन के लिए नामित कुछ प्राध्यापक मूल्यांकन में असमर्थता व्यक्त की है। इससे मूल्यांकन कार्य समय से पूर्ण नहीं सकेगा। इससे छात्र हित प्रभावित होंगे।
उन्होंने मूल्यांकन केंद्राध्यक्ष को मूल्यांकन कार्य में आनाकानी कर रहे प्राध्यापकों की सूची विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराने को कहा है। ताकि ऐसे प्राध्यापकांे के खिलाफ कार्यवाही की जा सकें।
इस संबंध में ये बात भी सामने आ रही है कि विश्वविद्यालय ने अभी तक गत वर्ष के परीक्षा के मूल्यांकन और प्रैक्टिकल परीक्षकों के पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया। सेमेस्टर सिस्टम में लगातार परीक्षाओं और शिक्षणेत्तर गतिविधियों से प्राध्यापकों के कार्य खासे हेक्टिक हो गए हैं।
इस संबंध में कुलसचिव दिनेश चंद्रा का कहना है कि विश्वविद्यालय परीक्षकांे के एक-एक भुगतान को क्लीयर कुछ चुका है। कुछ अवशेष हैं वो भुगतान की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी परीक्षक का भुगतान नहीं हुआ है तो विश्वविद्यालय को अवगत करा सकता है। उन्होंने कहा कि सत्र को नियमित करने के लिए जरूरी है कि मूल्यांकन समय से हो।