गवर्नमेंट पीजी कॉलेज रूद्रपुर में एनएसएस का एक दिवसीय संयुक्त शिविर

गवर्नमेंट पीजी कॉलेज रूद्रपुर में एनएसएस का एक दिवसीय संयुक्त शिविर
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तीर्थ चेतना न्यूज

रूद्रपुर। सरदार भगत सिंह गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, रूद्रपुर की एनएसएस की तीनों इकाई का एक दिवसीय संयुक्त शिविर आयोजित किया गया। सम्मान के साथ वृद्धावस्था थी पर आयोजित इस शिविर में स्वच्छता अभियान के साथ ही शैक्षिक प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई।

बुधवार को एक दिवसीय शिविर का शुभारंभ राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों द्वारा लक्ष्य गीत गायन से हुआ । इसके बाद एनएसएस के स्वयं सेवियों ने श्रमदान, बौद्धिक गोष्ठी, पोस्टर प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रति अभिमुखीकरण पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया । श्रमदान कार्यक्रम की समाप्ति के उपरान्त पोस्टर और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ । इस प्रतियोगिता में महाविद्यालय की मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर दीपा वर्मा, प्रोफेसर शैलजा जोशी तथा प्रोफेसर हेमलता सैनी ने निर्णायक मण्डल की भूमिका निभाई ।

पोस्टर प्रतियोगिता में बी.ए. प्रथम सेमेस्टर के छात्र श्याम ने प्रथम, बी. ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा अनामिका सिंह ने द्वितीय तथा बी.ए. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा रश्मि गंगवार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । इसी क्रम में भाषण प्रतियोगिता में बी.ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा अनामिका सिंह ने प्रथम तथा इसी कक्षा की छात्रा सालेहा खातून ने द्वितीय तथा बी.कॉम. प्रथम वर्ष की छात्रा सोनल श्रीवास्तव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । इन विजेता प्रतिभागियों को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में प्राचार्य महोदय द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा ।

इसके पश्चात एक दिवसीय शिविर की थीम श्सम्मान के साथ वृद्धावस्थाश् विषय पर बौद्धिक गोष्ठी का प्रारम्भ हुआ । बौद्घिक गोष्ठी के मुख्य अतिथि श्री रतन लाल को महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर सर्वजीत सिंह ने शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया । प्रभारी प्राचार्य सर्वजीत सिंह ने स्वयंसेवियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों को समाज के प्रति अपनी भूमिका समझते हुए योगदान को सदैव तत्पर होना चाहिए। बुजुर्गों के सानिध्य में बैठकर उनकी समस्याओं और जरूरतों को समझने की कोशिश करनी चाहिए ।

बौद्धिक गोष्ठी में बोलते हुए भौतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर विकास दूबे ने स्वयंसेवियों का आह्वान किया कि वे समाज के वरिष्ठ लोगों के पास जाकर बैठें तथा उनसे उनके जीवन के अनुभवों के बारे में जानकारी प्राप्त करें । मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर दीपा वर्मा ने बुजुर्गों के प्रति समाज में घटती संवेदनशीलता के प्रति चिंता व्यक्त की। समाजशास्त्र विभाग प्रभारी प्रोफेसर हेमलता सैनी ने कहा हमारे बुजुर्गों को हमारे धन दौलत की नहीं बल्कि संवेदना की जरूरत है ।आधुनिकीकरण के इस दौर में हम अपने परंपरागत मूल्यों को भूलते जा रहे हैं जिसकी वजह से बुजुर्गों की अवहेलना हो रही है ।

राष्ट्रीय सेवा योजना की पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अपर्णा सिंह ने स्वयंसेवियों के साथ शिविर से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया । आपने कहा कि स्वयंसेवी समाज की युवा ताकत हैं , उन्हें अपनी इस ऊर्जा का इस्तेमाल समाज के विकास के लिए करना चाहिए।

अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. वक़ार हसन खान ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा स्वयंसेवी अपने सामाजिक सरोकारों से परिचित होता है प् वह लोगों के बीच जाकर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में व्याप्त बहुत सी सामाजिक समस्याओं से निपटने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाता है ।

इस एक दिवसीय शिविर की बौद्धिक गोष्ठी का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ. अलंकृता सिंह ने किया ।

बौद्धिक गोष्ठी को महाविद्यालय की अर्थशास्त्र विभाग की प्रोफेसर शैलजा जोशी, असिस्टेंट प्रोफेसर श्री प्रद्युम्न रिछारिया और अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. मनोज पाण्डेय ने भी स्वयंसेवियों को सम्बोधित किया । एक दिवसीय शिविर के सफल संचालन में राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ स्वयंसेवी सुदीप सिंह, प्रशांत कुमार, कैलाश चौधरी, मोहित शर्मा तथा कर्मचारी श्री संदीप सिंह और सतनाम सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । इस कैंप में साजिया, सालेहा, प्रियंका , कोमल , मानसी पाण्डेय, अंजलि पाल, शिवानी मौर्य, संतोष, शगुन, प्रदीप, सुइता मंडल आदि मौजूद रहे ।

Tirth Chetna

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