प्रधानाचार्य सीधी भर्ती के विरोध में राजकीय शिक्षक संघ का अनशन शुरू
अर्जुन पंवार, अंकित रौथाण और देवेंद्र बिष्ट ने शुरू किया अनशन
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। प्रधानाचार्य सीमित विभागीय भर्ती/ सीधी भर्ती के विरोध मंे राजकीय शिक्षक संघ के बैनर तले तीन शिक्षकों ने अनशन शुरू कर दिया।
शनिवार को उक्त मांग को लेकर राजकीय शिक्षक संघ का क्रमिक अनशन पांचवें दिन भी जारी रहा। दोपहर बाद राजकीय शिक्षक देहरादून जिले के मंत्री ’अर्जुन पँवार, अगस्त्युनि ब्लॉक के मंत्री अंकित रौथाण और बीरोंखाल के ब्लॉक अध्यक्ष देवेंद्र बिष्ट ने अनशन शुरू कर दिया।
इस मौके पर प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान जी ने आमरण अनशन में बैठने वाले अर्जुन सिंह पंवार, अंकित रौथाण, देवेंद्र बिष्ट का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने भावुक होते हुए कहा कि सरकार, शासन और विभाग की हठधर्मिता के कारण मुझे आज अपने तीन बच्चों को आंदोलन में झौंक दिया है।
उन्होंने सरकार,शासन और विभाग को चेतावनी दी यदि हमारे किसी साथी को कुछ भी हुआ तो सबकी नींद हराम कर दी जाएगी। उन्होंने कहा मैं अभी तक लक्ष्मण रेखा का पालन कर रहा था परंतु इन तीन लोगों को इस पारकर से आंदोलन में झौंक देने से अब लक्ष्मण रेखा पालन नहीं किया जाएगा।
आंदोलन की सफलता के लिए उन्होंने सभी सदस्यों की सक्रियता पर निर्भर करता है। और अभी तक सदस्यों ने इतना बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया कि हम आमरण अनशन तक पहुंच गए।
परंतु सरकार, शासन और विभाग उत्तराखंड के शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है। इस अन्याय को सहना भी कायरता है।
उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी जी ने कहा सरकार ,शासन और विभाग ने हमारे अधिकार पर कैची चलाई और पदोन्नति के सभी पदों को पदोन्नति न करके विभाग में स्थिरता ला दी है।
शिक्षक एक ही पद पर भर्ती होकर उसी में रिटायर हो जाता है इस अन्याय को कोर्ट केसों के नाम पर विभाग सहमति दे रहे है।
प्रांतीय संयुक्त मंत्री जगदीश बिष्ट जी ने कहा पूर्व से ही प्रधानाचार्य पद पदोन्नति के है जो एक आम शिक्षक के लिए पदोन्नति का सर्वाेच्च पद है। परंतु सरकार, शासन और विभाग शिक्षकों के हितों पर कुठाराघात कर रही है।
इस अवसर पर प्रांतीय कार्यकारणी के साथ साथ दोनों मंडलीय कार्यकारणी और सभी जनपदों के अध्यक्ष मंत्री और अन्य सदस्य मौजूद हैं। क्रमिक अनशन में जनपद पौड़ी और बागेश्वर के साथी कल तक बैठेंगे। प्रांतीय मीडिया प्रभारी राजमोहन सिंह रावत , प्रणय बहुगुणा और सभी सम्मानित लोग उपस्थित हैं।