प्रारंभिक शिक्षकों को मिलें सेवाकाल में तीन प्रमोशन

प्रारंभिक शिक्षकों को मिलें सेवाकाल में तीन प्रमोशन
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जूहा.स्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा से बातचीत

तीर्थ चेतना न्यूज

ऋषिकेश। प्रारंभिक शिक्षकों को सेवाकाल में तीन प्रमोशन अनिवार्य तौर पर मिले। वेतन विसंगति और 17140 वेतनमान से संबंधित शासनादेश से नोशनल शब्द का उन्मूलन किया जाए।

ये कहना है प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा का। थापा ने हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com से जूनियर शिक्षकों के विभिन्न मुददों पर विस्तार से बातचीत की। बातचीत को रविवार को प्रकाशित होने वाले हिन्दी साप्ताहिक तीर्थ में भी पढ़ा जा सकता है। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश।

थापा जी दुबारा अध्यक्ष बनने की बधाई।

धन्यवाद।

सवाल- शिक्षकों को तीन साल में ही आपकी दुबारा याद आ गई।

जवाब- हंसते हुए। याद नहीं, न मै शिक्षकों को भूला और न शिक्षक मुझे। ऐसे में याद की बात नहीं है। हम सब मिलकर काम करते हैं।

सवाल- 2018-2021 के कार्यकाल ये ये कार्यकाल में क्या अलग रहने वाला है।

जवाब- कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा। छह सालों में कई और समस्याएं शिक्षकों के सम्मुख आई हैं। सब मिलकर उनका निराकरण करेंगे। संघ इसका माध्यम बनेगा।

सवाल- सरकार/ विभाग के किन-किन मांगों को सबसे पहले रखेंगे।

जवाब- 28 दिसंबर 2018 के शासनादेश में नोशनल शब्द को हटाने की बात सबसे पहले रखी जाएगी। ये शासनादेशन 17140 वेतनमान से संबंधित है। इसमें नोशनल शब्द की वजह से शिक्षकों से रिकवरी हो रही है। शिक्षकांे को रिकवरी से मुक्त कराना उनकी प्राथमिकता है।

सवाल- इसके अलावा और क्या-क्या मुददे होंगे।

जवाब- शिक्षकों का त्रिस्तरीय कैडर, प्राथमिक शिक्षकों को सेवाकाल में तीन अनिवार्य प्रमोशन, तीसरे प्रमोशन की व्यवस्था सुनिश्चित कराना। अभी तक प्रारंभिक शिक्षकों को बमुश्किल दो ही प्रमोशन मिल रहे हैं। प्रोन्नत वेतन में एक वेतन वृद्धि के अलावा प्राथ्मिक से लेकर जूनिर तक में वरिष्ठ-कनिष्ठ शिक्षकों में बनी वेतन विसंगति को दूर कराया जाएगा। दीर्घकालिक अवकाशों में विभाग द्वारा आयोजित किए जाने वाले अनिवार्य प्रशिक्षण के आदेश को निरस्त कराने, थोपे गए ऑनलाइन कार्यों से मुक्ति दिलाने, शिक्षकों के हितों को हर सक्षम मंच पर मजबूती से रखा जाएगा।

जूनियर हाई स्कूलों में अंग्रेजी के शिक्षक और प्रधानाध्यापक की अनिवार्य नियुक्ति कराई जाएगी। 2005 के बाद बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन का लाभ दिलाने के लिए हर स्तर पर एडवोकेसी की जाएगी।

सवाल- शिक्षा और शिक्षकों को लेकर आपका विजन क्या है।

जवाब- शिक्षा की बेहतरी के लिए स्कूल, छात्र और शिक्षक का त्रिकोण मजबूत होना चाहिए। इसकी मजबूती के लिए जरूरी है सिस्टम का साथ मिले। संगठन के माध्यम से शिक्षा और शिक्षा के बेहतरी के मामलों को शासन के सम्मुख रखा जाएगा।

Tirth Chetna

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