पीएम श्री स्कूलों में जुटाए जा रहे बेहतर संसाधन

नौकरशाही की दखल कम हो तो बाजारी स्कूलों को टक्कर देंगे सरकारी स्कूल
तीर्थ चेतना न्यूज
टिहरी। पीएम श्री के तहत अभिचिन्हित सरकारी स्कूल संसाधनों के मामले में बाजारी स्कूलों को टक्कर देने लगे हैं। स्कूलों के हर तरह के स्तर में सुधार दिख रहा है।
व्यवस्थागत खामियों के चलते सरकारी स्कूलों का रसूख पहले जैसा नहीं रहा। बाजार का इतना असर हुआ कि समाज ने सरकारी स्कूलों से मुंह मोड़ने की तमाम वजह भी गिनाई। इसमें सबसे प्रमुख वजह संसाधनों का अभाव, शिक्षकों की कमी, शिक्षकों को शिक्षणेत्तर कार्यों में इन्वाल्व रहना आदि.. आदि।
हालांकि सरकारी स्कूलों की दुर्दशा की बड़ी वजह नौकरीशाही के अत्यधिक दखल है। बहरहाल, अब सरकारी स्कूलों में अच्छे संसाधन जुटा जाए रहे हैं। केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट पीएम श्री के तहत अभिचिन्हित सरकारी स्कूलों में एक साल के भीतर ही काफी संसाधन जुटा लिए गए हैं।
स्कूल में पढ़ाई के लिए उपलब्ध बेहतर संसाधन का असर भी दिखने लगा है। धीरे धीरे ही सही उक्त स्कूलों के हर तरह के स्तर में सुधार हो रहा है। यदि प्राथमिक विद्यालय विषयवार पांच शिक्षक की तैनाती हो तो अच्छे परिणाम और जल्दी मिल सकते हैं।
यही नहीं नौकरीशाही का स्कूलों में दखल कम कर और शिक्षणेत्तर कार्यों से शिक्षकों को अलग रखने से सरकारी स्कूलों में सुधार संभव है। यदि ऐसा कुछ तो जल्द ही सरकारी स्कूल भी बाजारी स्कूलों को टक्कर देते नजर आएंगे।