खिर्सू ब्लॉक के छात्र/छात्राओं ने सतयुग के तीर्थ देवप्रयाग और विज्ञान धाम का किया दीदार
तीर्थ चेतना न्यूज
श्रीनगर। समग्र शिक्षा के अन्तर्गत खिर्सू ब्लॉक के राजकीय जूनियर विद्यालयों के 35 छात्र- छात्राओं दिवसीय शैक्षिक भ्रमण के तहत सतयुग के तीर्थ देवप्रयाग और देहरादून स्थित विज्ञान धाम और एफआरआई का दीदार किया।
खण्ड शिक्षा अधिकारी अश्वनी रावत ने छात्र/छात्राओं के शैक्षिक भ्रमण दल को शुभकामनाओं के साथ रवाना किया। श्रीनगर से होते हुए दल का पहला पड़ाव सतयुग का तीर्थ देवप्रयाग रहा। यहां छात्र/छात्राओं ने अलकनंदा और भागीरथी के संगम और गंगा के भौतिक रूप को बनते हुए देखा।
इसके बाद शैक्षिक भ्रमण दल ने ऋषिकेश-कौडियाल ईकोटूरिज्म जोन में प्रवेश किया। यहां हाइवे के बायंे छोर पर गंगा में रंग बिरंगी राफटों की अठखेलियों ने छात्र/छात्राओं को खूअ आकर्षित किया।
राज्य की अस्थायी राजधानी देहरादून में भ्रमण की शुरूआत विज्ञान धाम से हुई। यहां बच्चों ने प्रदर्शनी हॉल’ विज्ञान केंद्र के प्रदर्शनी हॉल,विज्ञान केंद्र की गैलरी में विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित चित्रों और मॉडलों की प्रदर्शनी दर्शकों को विज्ञान की दुनिया से परिचित कराती है।
तारामंडल’ विज्ञान केंद्र में एक तारामंडल भी है, जहाँ बच्चों द्वारा अंतरिक्ष और तारों की दुनिया को करीब से देखा गया। तारामण्डल और तारों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रभारी तारामण्डल द्वारा दी गई और उनके द्वारा बच्चों को रात्रि के समय दी गई जानकारियां को खोजने की कोशिश करने हेतु कहा गया। जिसमें ध्रुव तारे की दिशा, तारों के समूह , सप्तऋषि ,ग्रहो की जानकारी, सबसे ,बडे तारों की जानकारी आदि शामिल है।
विज्ञान धाम के बाद छात्र/छात्राओं ने एफ आर आई में प्रवेश किया। एफआरआई देश के प्रमुख शोध संस्थान है, जो वानिकी के क्षेत्र में शोध करता है। यहां पेड़ों का इतिहास भी संजोकर रखा गया है।
यहां के म्यूजियम में देवदार के वृक्ष का अनुप्रस्थ काट के बारे में लिखा है कि यह देवदार का वृक्ष सन् 1215 से सन1919 तक जीवित रहा यह वृक बालचा टिहरी गढ़वाल में पाया गया।
भ्रमण के तहत छात्र/छात्राओं ने मालसी डियर पार्क की भी सैर की। भ्रमण टीम में प्रमुख रूप से नोडल मुकेश काला, जयदयाल चौहान , संजय नौडियाल , श्रीमती मंजू बिष्ट और श्रीमती उर्मिला डोभाल आदि प्रमुख रूप से थे ।