उच्च शिक्षा :प्रमोशन फॉर गो कर दो और तैनाती वाले कॉलेज में प्रिंसिपल का चार्ज ले लो
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। राज्य के उच्च शिक्षा में गजब का खेल चल रहा है। कुछ सीनियर प्रोफेसर प्रिंसिपल पद पर प्रमोशन को तो फॉर गो कर रहे हैं और तैनाती वाले कॉलेज में प्रिंसिपल का चार्ज खुशी-खुशी ले रहे हैं। इससे कॉलेजों का माहौल बिगड़ रहा है।
उत्तराखंड राज्य में उच्च शिक्षा में गवर्नमेंट डिग्री और पीजी कॉलेजों में तैनात प्राध्यापकों के प्रिंसिपल पद पर प्रमोशन समय से हो जाते हैं। परिणाम राज्य में 90 प्रतिशत से अधिक कॉलेजों में प्रिंसिपल तैनात हैं। इसे राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
सरकार और उच्च शिक्षा विभाग के इन प्रयासों को कुछ सीनियर प्रोफेसर पलीता लगा रहे हैं। दरअसल, कुछ सीनियर प्रोफेसर प्रमोशन मिलने पर इसे फॉर गो कर रहे हैं। मगर, जब उनके तैनाती वाले कॉलेज में प्रिंसिपल का पद कुछ समय के लिए रिक्त होता है तो खुशी-खुशी प्रिंसिपल का चार्ज ले लेते हैं।
सीनियर प्रोफेसरों के इस रवैए से संबंधित कॉलेजों में माहौल बिगड़ रहा है। जूनियर प्रोफेसर इस पर सवाल उठा रहे हैं कि प्रिंसिपल पद पर प्रमोशन फॉर गो करने वालों को प्रिंसिपल का चार्ज कर कैसे दिया जा रहा है। जिन वजहों और कारणों को आगे कर प्रिंसिपल पद पर प्रमोशन फॉर गो किया जा रहा है चार्ज देते वक्त विभाग उन कारणों की जांच क्यों नहीं करता।
उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डा. आनंद सिंह उनियाल ने माना कि ऐसे मामले हैं। कहा कि इस प्रकार की शिकायतें भी कॉलेजों से मिल रही हैं। प्रिंसिपल पद पर प्रमोशन फॉर गो करने वाले प्राध्यापकों के तैनाती वाले कॉलेज में प्रिंसिपल का चार्ज वरिष्ठता के आधार पर दिया जाता है। उन्होंने माना कि इससे कई समस्याएं पैदा हो रही हैं।