जीआईसी रणाकोट की विद्यालयी पत्रिका अंकुर का विमोचन

जीआईसी रणाकोट की विद्यालयी पत्रिका अंकुर का विमोचन
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तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। राजकीय इंटर कॉलेज, रणाकोट की विद्यालयी पत्रिका अंकुर का दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में भव्य विमोचन किया गया।

दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र तथा अंकुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सेमिनार में राजकीय इंटर कॉलेज रणाकोट की विद्यालयी पत्रिका का विमोचन प्रमुख आकर्षण रहा। इस पत्रिका का प्रकाशन लेखन कार्यशाला के उपरांत किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी मौलिक रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता साहित्यकार एवं शिक्षाविद् टिहरी के मुख्य शिक्षा अधिकारी एस.पी. सेमवाल ने कहा कि रचनात्मकता ही समाज को जीवंत बनाए रखती है। उन्होंने विद्यालयी पत्रिका के प्रकाशन को शिक्षा में मौलिकता और सृजनात्मकता का उत्कृष्ट उदाहरण बताया।

इस अवसर पर व्यंग्यकार, कवि एवं शिक्षाविद् राकेश जुगरान ने कहा कि राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे समाज के भविष्य हैं, और इस प्रकार की पत्रिकाएं उनके रचनात्मक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। अंकुर के सचिव एवं साहित्यकार मनोहर चमोली ने कहा कि उत्तराखंड के बच्चों को रचनाशील और संवेदनशील बनाने के लिए ऐसे प्रयास बेहद सराहनीय हैं।

अंकुर के अध्यक्ष मोहन चौहान ने कहा कि बीते वर्षों में बच्चों के साथ की गई रचनात्मक गतिविधियों ने सकारात्मक प्रभाव डाला है। इस मौके पर अंकुर के साथी शिक्षक सतीश जोशी ने कहा कि पत्रिका का प्रकाशन और बच्चों के साथ कहानी और कविता लेखन पर काम करने का शानदार अनुभव रहा। निजी सहयोग से प्रकाशित यह पत्रिका बच्चों की सृजनात्मकता का दर्पण है।

कार्यक्रम का संचालन शिक्षक प्रदीप बहुगुणा दर्पण ने किया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास बच्चों को सृजनात्मकता के अवसर प्रदान करते हैं। उप जिलाधिकारी ऋषिकेश शैलेन्द्र नेगी ने कहा कि इस प्रकार की पहल बच्चों के सकारात्मक विकास के लिए प्रेरणादायक है।

कार्यक्रम में साहित्यकारों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। इस अवसर पर जनकवि अतुल शर्मा, नंदकिशोर हटवाल, सुनीता मोहन, कीर्ति भंडारी, अनीता बहुगुणा, श्रुति जोशी, सुशील डोभाल, अशर्फी ठाकुर और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Tirth Chetna

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