देवभूमि उद्यमिता योजनाः पीजी कॉलेज नई टिहरी को आईआईएम काशीपुर से पांच लाख का सहयोग

तीर्थ चेतना न्यूज
नई टिहरी। देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और सीड फंड से सम्मानित महाविद्यालय नई टिहरी के नाम आई आई एम काशीपुर के इन्क्यूबेशन सेंटर द्वारा मिला पांच लाख का सहयोग।
देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत संचालित देवभूमि उद्यमिता केंद्र, पी.जी. कॉलेज नई टिहरी को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। आईआईएम काशीपुर के इन्क्यूबेशन सेंटर ने महाविद्यालय को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है, जिससे यहां के नवाचार और उद्यमशीलता को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
महाविद्यालय की छात्रा ज़ैनब ने अपनी मेंटर डॉ. हेमलता नौटियाल के मार्गदर्शन में उद्यमिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। उनकी नवाचार क्षमता को देखते हुए राज्य स्तर पर सीड फंड के लिए चयन किया गया। इस उपलब्धि पर उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत, स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. दीपक पांडे, महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. पुष्पा नेगी, देवभूमि उद्यमिता की मेंटर डॉ. हेमलता, तथा महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों और कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया।
डॉ. हेमलता ने बताया कि इस नवाचार के लिए पेटेंट फाइल किया गया है, जो पब्लिश भी हो चुका है। यह कार्य न केवल उद्यम स्थापना को बढ़ावा देगा, बल्कि इससे जंगलों में लगने वाली आग और प्रदूषण की समस्या से भी कुछ हद तक निजात मिलने की उम्मीद है। यह परियोजना प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग और पर्यावरण अनुकूल प्रक्रियाओं पर आधारित है।
इस नवाचार के बड़े स्तर पर पहुंचने से उत्तराखंड की वन संपदा को वनाग्नि से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा और रोजगार सृजन को भी बढ़ावा मिलेगा।