डायट टिहरी में पांच दिवसीय पिरूल कार्यशाला संपन्न

हस्तशिल्प में उपयोग कर आर्थिकी से जोड़ा जा सकता हैः हेमलता भटट
तीर्थ चेतना न्यूज
नई टिहरी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, डायट, टिहरी में पांच दिवसीय पिरूल कार्यशाला संपन्न हो गई। कार्यशाला में पिरूल से तैयार उत्पादों को और बेहतर बनाने पर जोर दिया गया।
मंगलवार को पांच दिवसीय पिरूल कार्यशाला का डायट की प्राचार्य श्रीमती हेमलता भट्ट शुभारंभ किया था। इस दौरान पिरूल से हस्तशिल्प बना कर पहाड़ की परंपराओं व उत्पादों को नवीनता दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान प्राचार्य ने कहा उत्तराखण्ड जैसे पहाड़ी राज्य में यह कार्य स्वरोजगार को भी बढ़ावा दे सकता है तथा पिरूल से जुड़े उत्पादो को बढ़ावा देने से पर्यावरण क्षरण को भी कम किया जा सकता है। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यो को पूरा करना व हस्तशिल्प सामग्रियों के प्रति छात्रों की रूचि बढ़ाना है। इसमें व्यावसायिक शिक्षा और हस्तशिल्प को स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा में शामिल करने हेतु विशेष प्रावाधान है।
मुख्य संदर्भदाता के रूप में जनपद उत्तरकाशी से आए विनोद कुमार द्वारा प्रशिक्षण में सराहनीय भूमिका निभाई गई। प्रशिक्षुओं को चीड़ की पत्तियों (पिरूल) से विभिन्न उत्पाद बनाने के गुर सिखाए गए। श्री विनोद कुमार द्वारा इससे पहले भी विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में पिरूल से विभिन्न उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। विदित है कि गत वर्ष गढ़वाल से लेकर कुमांऊ के जंगलो की आग ने अधिकांश वन संपदा को नष्ट किया था। राज्य में वनाग्नि का मुख्य कारण पिरूल भी है।
इसके निवारण हेतु सरकार द्वारा पिरूल लाओं पैसे पाओं अभियान, पिरूल से बिजली, ईट बनाना आदि शुरू किए गए है। राज्य के कई स्कूलों में कौशलम कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूली छात्र-छात्राओं को भी पिरूल का प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाया जा रहा है। श्री विनोद कुमार द्वारा पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षुओं से सुंदर व आकर्षक हस्तशिल्प उत्पाद जैसे – पैन स्टैंड, टोकरी, प्लेट, टैडी बीयर आदि बनवाये गए। प्रशिक्षण में कार्यक्रम समन्वयक की भूमिका में सीमा शर्मा, निर्मला सिंह, डॉ0 सुमन नेगी, दीपक रतूड़ी, डॉ0 वीर सिंह रावत रहे। साथ ही अंकिता बिष्ट, तन्नू वर्मा, अंकित कृथ्वाल, मीनाक्षी, मनीषा नेगी, शिवानी, प्रवीण कुमार आदि प्रशिक्षुओं द्वारा भी इस कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई।