डायट गौचर में बालसखा कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु कार्यशाला

सब पढ़ें सब बढ़ेंः प्राचार्य आकाश सारस्वत
तीर्थ चेतना न्यूज
गौचर। चमोली जिले के स्कूलों में बालसखा कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के उददेश्य से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चमोली (गौचर) में एक दिवसीय अभिमूखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई।
समग्र शिक्षा के अंतर्गत माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों हेतु बालसखा कार्यक्रम के तहत निर्देशन एवं परामर्श पर पर फोकस कार्यशाला का डायट के प्राचार्य आकाशा सारस्वत ने शुभारंभ किया। इसमें राजकीय इंटर कॉलेज गौचर, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गौचर , राजकीय इंटर कॉलेज सिदोली एवं राजकीय इंटर कॉलेज बरतोली के कक्षा 9 एवं 11 के 132 छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग़ किया गया।
कार्यक्रम में अच्छी आदतों का निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास पर बतौर संदर्भदाता अपनी बात रखते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य आकाश सारस्वत में कहा कि हमें अपने जीवन में अच्छी आदतों का विकास करना चाहिए जिसमें समय प्रबंधन ,नशा निषेध , बड़ों का आदर करना आदि प्रमुख आदत हैं जिनका पालन किया जाना चाहिए , अच्छी आदतों से ही अच्छे व्यक्तित्व का विकास होता है ।
रोजगार के अवसर तथा करियर पर अपनी बात रखते हुए वरिष्ठ संकाय सदस्य नीतू सूद ने 12वीं के बाद अवसर और करियर की संभावनाओं पर अपनी बात रखी जिसमें उन्होंने मुख्यतः रुचि के आधार पर करियर को चुनने पर बल दिया।
साइबर सुरक्षा पर भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक सोहन सिंह रावत ने साइबर सुरक्षा के अंतर्गत अपनी बात रखते हुए कहा कि साइबर अपराधों के तहत वर्तमान में पैसे से संबंधित अपराध मुख्यतः देखे जा रहे हैं जिससे बचने के लिए किसी को भी अपने व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए और हमें लालच से भी बचना चाहिए , साइबर फ्रॉड होने पर 1930 नंबर पर भी बात की जा सकती है।
अच्छा मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत स्वच्छता पर अपनी बात करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौचर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर अभिलाषा ने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए , हमें शारीरिक श्रम को अधिक महत्व देना चाहिए, अच्छे स्वास्थ्य में ही अच्छे मस्तिष्क का निवास होता है।
कार्यक्रम के समन्वयक राजेंद्र प्रसाद मैखुरी ने समय प्रबंधन, अच्छी अध्ययन आदतों का विकास, नकारात्मक संवेगों पर नियंत्रण , परीक्षा पूर्व तैयारी तथा परीक्षा पूर्व तनाव प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया।
कार्यशाला में वरिष्ठ संकाय सदस्य लखपत सिंह बर्त्वाल, योगेंद्र सिंह बर्त्वाल, वीरेंद्र सिंह कठैत , सुमन भट्ट , बच्चन जितेला, मृणाल जोशी, मीना डिमरी, प्रियंका नवानी , प्रमिला रावत , वर्षा पुरोहित और बलवंत सिंह बिष्ट द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक राजेंद्र प्रसाद मैखुरी और डॉक्टर कमलेश कुमार मिश्र द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।