डायट गौचर में मिशन शिक्षण संवाद की प्रादेशिक उन्नयन गोष्ठी

डायट गौचर में मिशन शिक्षण संवाद की प्रादेशिक उन्नयन गोष्ठी
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अंग्रेजी मात्र एक भाषा इसे ज्ञान मानने की भूल न करेंः प्रो. पुरोहित

तीर्थ चेतना न्यूज

गौचर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, गौचर में मिशन शिक्षण संवाद की प्रादेशिक उन्नयन गोष्ठी में मिशन शिक्षण संवाद के तहत हो रहे प्रयासों की सराहना की गई।

मंगलवार को मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखंड के स्वयंसेवी शिक्षकों की एक दिवसीय गोष्ठी डायट गौचर के सभागार में सम्पन्न हुई। गोष्ठी में विख्यात संस्कृति कर्मी, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रो. डीआर पुरोहित ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस मौके पर कहा कि मिशन शिक्षण संवाद शिक्षा के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सभी का ध्यान अंग्रेजी शिक्षा की ओर है उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने कक्षा 6से अंग्रेजी अध्ययन प्रारंभ किया, लेकिन बहुत जल्द ही अंग्रेजी भाषा पर अधिकार कर लिया। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण अंग्रेजी भाषा सीखना नहीं बल्कि ज्ञान अर्जित करना है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अंग्रेजी केवल और केवल भाषा मात्र है जिसे हम ज्ञान मान लेते हैं। उन्होंने भारतीय भाषाओं में अध्ययन की वकालत करते हुए कहा कि भारतीय भाषाओं में अध्ययन करते हुए सरलता से ज्ञानार्जन कर सकते हैं।

विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली कुलदीप गैरोला ने कहा मिशन शिक्षण संवाद के कार्य सराहनीय होने के साथ अनुकरणीय भी हैं। मुख्य शिक्षा अधिकारी रूद्रप्रयाग प्रमेन्द्र बिष्ट ने कहा यदि हमारे विद्यालय भौतिक रूप से सुदृढ़ बनें तो हमारा अकादमिक स्तर भी बढ़ेगा।

गोष्ठी में प्रदेश भर के दो सौ से अधिक शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डायट गौचर के प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कहा कि हम सबको मिलकर शिक्षा के उत्थान के लिए काम करना होगा। उन्होंने शिक्षकों का आवाह्न करते हुए कहा कि सभी को अपने अपने स्तर पर नैतिकता व निस्वार्थता के साथ काम करना होगा।

मिशन शिक्षण संवाद के कुमाऊँ संयोजक सन्तोष जोशी ने मिशन शिक्षण संवाद द्वारा छात्रों व उनके मार्गदर्शक शिक्षकों को दिये जाने वाले विभिन्न सम्मान कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। गढ़वाल संयोजक माधव सिंह नेगी ने मिशन शिक्षण संवाद की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक 7 सैकड़े से अधिक बच्चों को बाल रत्न सम्मान से नवाजा जा चुका है।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए रूद्रप्रयाग के सारा भाई टीचर साइन्टिस्ट नेशनल अवार्ड तथा शैलेश मटियानी शिक्षक सम्मान से सम्मानित शिक्षक हेमंत चौकियाल ने कहा कि मिशन शिक्षण संवाद ने शिक्षकों को कोरोना काल में भविष्य की जरूरत ऑन लाइन शिक्षण प्रणाली में कुशल बनाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य करते हुए, शिक्षकों का आत्मविश्वास बढ़ाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।

कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों के संयोजक चम्पावत से आर ०सी०जोशी,अल्मोड़ा डॉ० सुमन बिष्ट, रूद्रप्रयाग कमल बिष्ट कुसुम भट्ट , पौड़ी रीता सेमवाल, टिहरी डॉ० माला मंमगांईं, सहित 2 सौ से अधिक शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।

मेजबान जनपद की संयोजक श्वेता रावत व बीना मैठाणी ने सभी का आभार व धन्यवाद किया।कार्यक्रम में 7शिक्षकों को अनमोल शिक्षक रत्न सम्मान, 7विद्यालयों को मेरा विद्यालय मेरा गौरव सम्मान, 63 छात्रों को बालरत्न सम्मान, दानी दाताओं को ग्राम दानरत्न सम्मान व 60 शिक्षकों को उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सम्पन्न करवाने में डायट गौचर के प्राचार्य आकाश सारस्वत सहित समस्त डायट फैकल्टी व डी एल एड प्रशिक्षुओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

Tirth Chetna

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