डायट देहरादून में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। जिले की 210 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट में दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हो गया। प्रशिक्षण में आंगनबाड़ियों में गतिविधि आधारित शिक्षण पर जोर दिया गया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत जादुई पिटारा उत्तराखंड पर जनपद देहरादून की 210 आंगनबाड़ी कार्यकत्रिॅयो का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत पूर्व प्राथमिक शिक्षा को प्रभावी बनाने हेतु गतिविधि आधारित शिक्षण पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रिॅयो की क्षमता संवर्धन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
इस संदर्भ मे डायट के प्रवक्ता डां. विजय सिंह रावत द्वारा अवगत कराया गया कि गतिविधि आधारित शिक्षण हेतु राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, उत्तराखण्ड द्वारा राज्य के परिप्रेक्ष्य में खेल- खिलौना अधिगम किट श्जादुई पिटारा उत्तराखंडश् का निर्माण किया गया है।
जादुई पिटारा उत्तराखंडश् किट मे 3 से 6 वर्ग के बच्चों हेतु स्थानीय खेल-खिलौने, क्राफ्ट एवं प्रिंटिंग सामग्री उपलब्ध है। मुख्य संदर्भदाता डां. विजय सिंह रावत ने बताया कि जादुई पिटारा उत्तराखंड पर जनपद देहरादून की लगभग 210 आंगनबाड़ी कार्यकत्रिॅयो को चार चरणों में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, देहरादून तथा संकुल संसाधन केंद्र त्यूनी, चकराता मे प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण में आंगनबाड़ी कार्यकत्रिॅयो को खेल-खेल में गतिविधि आधारित शिक्षण प्रदान किया गया।
बच्चों की सूक्ष्म मांस-पेशियों के विकास, संज्ञानात्मक विकास तथा सृजनात्मक विकास के लिए राज्य व स्थानीय स्तर के त्योहारों पर आधारित कविता-कहानी पोस्टर, फूलदेई, लूम फ्रेम, बाघ-बकरी खेल आदि के बारे मे जानकारी दी गई। साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लिए कहानी कार्ड, वर्णमाला कार्ड, फ्लैश कार्ड, नंबर डाट डोमिनोज, जूनियर अबेकस, बीकर तथा तराजू के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई।
बच्चों के अंदर मानवीय, सामाजिक तथा भावनात्मक विकसित करने के लिए जादुई पिटारा किट मे रखे गुड्डे-गुड़िया व कठपुतलियों के द्वारा समझाया गया। संज्ञानात्मक विकास के लिए पजल, वर्गीकरण कार्ड, अंतर ढूंढो कार्ड तथा अनुक्रमिक कार्ड के माध्यम से प्रतिभागियों से चर्चा- परिचर्चा करके बताया गया।
उद्घाटन सत्र मे डायट के प्राचार्य राम सिंह चौहान ने सभी प्रशिक्षुओ का स्वागत और अभिनंदन करने के साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु कहानी और जादुई पिटारा की सामग्री से गतिविधि आधारित शिक्षण करने हेतु प्रेरित किया। इस प्रशिक्षण मे डायट के प्रणय बहुगुणा, बाल विकास परियोजना से सुपरवाइज़र श्रीमती रेखा भण्डारी और श्रीमती रचना भट्ट द्वारा संदर्भदाता के रुप मे सहयोग प्रदान किया गया।