आदिधाम श्री बदरीनाथ के पौराणिक स्वरूप से न हो छेड़छाड़ः प्रवीण भाई तोगड़िया
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि विकास के नाम पर आदिधाम श्री बदरीनाथ धाम के पौराणिक स्वरूप से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए।
इन दिनों अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया उत्तराखंड के दौरे पर हैं। उन्होंने जोशीमठ में हुए भूमि धंसाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने इससे प्रभावित लोगों को तत्काल समुचित मदद देने की मांग केंद्र और राज्य सरकार से की।
हिंदू हेल्प लाइन के प्रदेश संयोजक अशोक टोडरिया ने ज्ञापन के माध्यम से डा. प्रवीण भाई तोगड़िया को जोशीमठ की मौजूदा हालातों के बारे में बताया। कहा कि एनटीपीसी के हाइड्रो प्रोजेक्ट निर्माण के दौरान की गई ब्लास्टिंग का दुष्परिणाम जोशीमठ को भुगतने पड़ रहे हैं। इससे 500 साल पुराना कल्पवृक्ष शंकराचार्य जी की तपोस्थली एवं ूवतक.वित अचार्य जी की तपोस्थली भगवान नरसिंह जी का मंदिर शंकराचार्य मठ सैकड़ों घर खतरे की जद में आ गए हैं।
आदिधाम श्री बद्रीनाथ में केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट मास्टर प्लान के तहत बद्रीनाथ मंदिर के अलावा अनेकों तीर्थ इसकी जद में आ रहे हैं। इसमें अग्नि तीर्थ तत्व कुंड नारायण तपोस्थली, प्रह्लाद धारा नंबर कुरूम धारा, वल्लभाचार्य जी की बैठक, नरसिंह मंदिर, साक्षी गोपाल मंदिर, रानी सती मंदिर आदि शामिल हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि तीर्थ पुरोहितों के सैकड़ों साल पुरानी आवासीय भावनाओं का सर्कल रेट से 4 गुना कंपनसेशन एवं तीर्थ पुरोहितों को स्थाई रूप से आवास की व्यवस्था हेतु केंद्र और राज्य सरकार पर दबाव बनाएं।