डायट टिहरी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर दो दिवसीय सेमिनार

नई शिक्षा नीति में शिक्षा, शिक्षक और छात्रों की बेहतरी समाहितः डंडरियाल
तीर्थ चेतना न्यूज
नई टिहरी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, डायट टिहरी में नई शिक्षा नीति 2020 पर दो दिवसीय सेमिनार में विशेषज्ञों ने कहा कि ये शिक्षा की बेहतरी हेतु मील का पत्थर साबित होगी।
डायट के प्राचार्य राजेंद्र प्रसाद डंडरियाल ने दो दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा गया नई शिक्षा नीति 2020 भारत की सर्वांगीण उन्नति हेतु मील का पत्थर साबित होगी। इसमें शिक्षा के साथ-साथ संस्कार और नैतिक मूल्यों पर भी फोकस किया गया।
विषय विशेषज्ञ एच॰एल॰ चौहान ने स्कूली शिक्षा के प्रथम भाग यानि बुनियादी स्कूली शिक्षा में बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया गया कि अब बच्चा तीन वर्ष की अवस्था से ही स्कूल में रूचिपूर्ण तरीके से सीखने-समझने की गतिविधियों में शामिल होगा जो कि पहले छह वर्ष की अवस्था में होता था।
डा.विजय प्रकाश सेमवाल ने उच्च शिक्षा हेतु एनईपी 2020 में सुझाए गए बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुये कहा कि अब आने वाले समय में युवा 21वीं सदी की जरूरतों के अनुरूप तैयार होगा साथ ही वह आत्मविश्वास एवं कौशल के द्वारा किसी भी व्यवसाय को करने में सक्षम होगा।
डीएल॰एड॰ प्रशिक्षुओं द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 पर प्रस्तुतियां दी गयीं और विशेषज्ञों द्वारा उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। इस अवसर पर सेमीनार की समन्वयक डा॰ सुमन नेगी, प्रवक्ता, डायट, सुषमा महर, डा॰ वीर सिंह रावत, अंजना सजवाण, निर्मला सिंह, प्रशिक्षु अभिनव रतूडी, जसपाल पँवार, पुनीत नेगी, चन्दर सिंह, संजय कुमार, नरेश रावत, अभिषेक रतूडी आदि उपस्थित रहे।