भूगोल विभागः मेधा और अनुभव को धरातल पर उतारने की तैयारी

भूगोल विभागः मेधा और अनुभव को धरातल पर उतारने की तैयारी
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श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का ऋषिकेश परिसर आकार ले रहा है। विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए टीम यूनिवर्सिटी पूरी तरह से तैयार है। विभिन्न विभागों में नियुक्त प्राध्यापकों में कुछ खास करने का जज्बा साफ दिखता है।
हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com विश्वविद्यालय की बेहतरी को टीम यूनिवर्सिटी के प्रयासों में साथ है। पोर्टल विभिन्न विभागों की तैयारी, चुनौती और लक्ष्य को लेकर प्राध्यापकों से बातचीत का अभियान चला रहा है।

ऋषिकेश। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय की टीम भूगोल मेधा और अनुभव को धरातल पर उतारकर विश्वविद्यालय की बेहतरी में योगदान देने के लिए तैयार है।

सोमवार को हिन्दी न्यूज  पोर्टल www.tirthchetna.com विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में था। विभागाध्यक्ष एवं डीन कला संकाय प्रो. दिनेश चंद्र गोस्वामी के नेतृत्व में प्राध्यापकों की टीम योजनाओं को धरातल पर उतारने में लीन मिली। टीम भूगोल में प्रो. गोस्वामी के अलावा प्रो. तेज बहादुर, डा. अरूणा पी. सूत्राधर, डा. अंजनी प्रसाद दूबे शामिल है।

टीम भूगोल मेधा और अनुभव से पूर्ण हैं। शैक्षणिक, शोध औैर प्रशासनिक अनुभव टीम के एक-एक सदस्य में झलकता है। विभागाध्यक्ष प्रो. गोस्वामी उच्च शिक्षा विभाग में उपनिदेशक का दायित्व संभाल चुके हैं। डा. अरूणा पी. सूत्राधर को दो-दो कॉलेजों की प्रभारी प्रिंसिपल का जिम्मा संभाल चुकी है।

अनुभव और मेधा का उपयोग कर टीम भूगोल विभाग को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित करना चाहते हैं। बातचीत में टीम के सदस्य योजनाओं पर प्रकाश डालते है। विश्वविद्यालय की मंशा के मुताबिक विभाग ने आपदा प्रबंधन पर र्सिर्टफिकेट/डिप्लोमा कोर्स डिजाइन किया है।

मैप रीडिंग/सर्वेइंग में भी सर्टिफिकेट कोर्स डिजाइन कर रहा है। इसके अलावा एंकलिंग पर भी सर्टिफिकेट कोर्स तैयार करने की दिशा में काम हो रहा है। यूजी और पीजी में बेहतर शिक्षण का खास फोकस किया गया है।

भूगोल विषय पढ़ने वाले छात्र/छात्राओं में विषय के प्रति गहरी रूचि पैदा करने और उन्हें बेहतरी के लिए टीम भूगोल प्रोत्साहित कर रही है।

Tirth Chetna

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