गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज देहरादून शहर में जयंती पर याद किए गए बापू
शिक्षक, छात्र/छात्राओं व शिक्षणेत्तर कर्मियों ने किया दो घंटे का श्रमदान
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, देहरादून शहर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी क्रमशः 154 वीं और 119 वीं जयंती पर याद किया गया।
सोमवार को कॉलेज में गांधी/शास्त्री जयंती की शुरूआत के प्रभारी प्रिंसिपल डा. डीएन तिवारी ने ध्वजारोहण के साथ की। इसके बाद सभी ने दोनों महापुरूषों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए याद किया। छात्र-छात्राओं प्राध्यापकों ने रामधुन के साथ वैष्णो जन तो तेने कहिए, की धुन पर गांधी जी को स्मरण किया।
इसके बाद प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा ’’स्वच्छ भारत’ ’मिशन’ के ’उपलक्ष में’स्वच्छता ही सेवा 2023’ के आयोजन के अंतर्गत’ दो घंटे का महाविद्यालय परिसर में श्रमदान किया गया। श्रमदान में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों ने बढ-चढ़कर भाग लिया।
अन्त में गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन दर्शन पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डीएन तिवारी द्वारा अपने संबोधन में बताया कि 7 जून 1893 की दक्षिण अफ्रीका कि वह रात , जब गांधी जी को ट्रेन से धक्का देकर बाहर फेंक दिया गया था , उस लम्हे ने एक नए इंसान को जन्म दिया ।
’गांधी जी ने उसी रात साम्राज्यवादी सोच और हिंसा से जिस तरीके से जूझने का संकल्प लिया वह आगे चलकर गांधीवाद कहलाया। संगोष्ठी में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ0डीएस मेहरा ने बताया कि दशकों से दुनिया ने गांधी को शांति के प्रतीक, उत्पीड़न के खिलाफ विरोध के प्रतीक के रूप में स्वीकार किया है ।
दुनिया भर में आज भी अनगिनत’ व्यक्तियों और आंदोलनो के लिए आशा की किरण और प्रेरणा के स्रोत के रूप में गांधी जी की विचारधारा काम कर रही है और भविष्य में भी करती रहेगी ।अमेरिका में मार्टिन लूथर किंग और दक्षिण अफ्रीका में नेल्सन मंडेला जैसी महान हस्तियों ने नागरिक अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए अपने स्वयं के संघर्षों में गांधी जी के अहिंसा के दर्शन से प्रेरणा ली है।
मार्टिन लूथर किंग ने यहां तक घोषणा की की ’ईसा मसीह ने हमें लक्ष्य दिए और गांधी जी ने रणनीतियांष्।’ संगोष्ठी में जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ पंकज बहुगुणा ने गांधी जी एवं शास्त्री जी की सादगी , ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के अनेक संस्मरण सुनाएं।और आहवान किया कि हम सभी को को लाल बहादुर शास्त्री जी के व्यक्तित्व दर्शन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं में संजना प्रीति, अजीत चौहान ,आदित्य ,प्रियांशु एवं प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों में प्रो0 कुलदीप रावत, प्रो0आर एम पटेल, डा0 गिरीश सेठी ,प्रो0 एल आर डंगवाल , डॉ0डीपी पांडे, डॉ0 मुक्ता डंगवाल, डॉ0 प्रतिभा बलूनी, डॉ0 नीतू बलूनी,डा0 मनोज बिष्ट, महावीर सिंह रावत, प्रताप सिंह ,रश्मि, पंकज ,आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ0 सुनैना रावत ने किया।