उत्तराखंड के रामनगर में कांग्रेस का महाभारत
नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल जिले की रामनगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का महाभारत होना तय है। इसका असर असर आस-पास की और सीटों पर भी पड़ना तय माना जा रहा है।
कांग्रेस ने चुनाव अभियान समिति के प्रमुख एवं पूर्व सीएम हरीश रावत को रामनगर सीट पर चुनाव मैदान में उतारा है। हरीश रावत ने यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा अचानक व्यक्त की। जबकि सीट पर तैयारी पूर्व विधायक रणजीज सिंह रावत कर रहे थे। पैनल में भी उन्हीं का नाम था।
हरदा और रणदा के बीच अदावत छह साल पुरानी है। दोनों एक-दूसरे के राजदार भी हैं। कभी दोनों खासमखास हुआ करते थे। टिकट कटते ही रणजीत सिंह रावत ने बगावत के संकेत दे दिए हैं। उनके समर्थकों ने उन पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इस बात का रणदा भी स्वीकार चुके हैं।
रणदा को समझाने के तमाम प्रयास अभी तक सफल नहीं हो सके हैं। रणदा अचानक किसी नेता के किसी भी सीट पर चुनाव लड़ने के लिए आ जाने से होने वाले नुकसान की आशंका की तरफ बार-बार इशारा कर रहे हैं।
इसने कांग्रेस पार्टी की चिंता बढ़ा दी हैं। इसका असर कांग्रेस के चुनाव अभियान पर भी दिखेगा। कुल मिलाकर रामनगर सीट पर कांग्रेस का महाभारत होना तय है। इसका असर आस-पास की विधानसभा सीटों पर देखने को मिलेगा। फायदा किसका होगा और नुकसान किसका ये देखने वाली बात होगी। राज्य में कुछ और सीटों पर भी रामनगर जैसे हालात हैं।