देहरादून। सीबीआई जांच का सामना कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत के लिए जनता में धीरे -धीरे ही सही सहानुभूति पनपने लगी है।
करीब ढाई वर्ष पूर्व विभिन्न वजहों से प्रदेश की जनता ने हरीश रावत को सत्ता से बेदखल कर भाजपा को भूतो न भविष्यति वाला जनादेश दिया था। 2019 के आम चुनाव में भी हरीश रावत से लोगों की नाराजगी बरकरार रही। वो नैनीताल से बुरी तरह से चुनाव हार गए।
इस हार के बावजूद रावत लगातार जनता के बीच हैं। उनका मूमेंट कम नहीं हुआ। उनकी जनता के बीच मौजूदगी को सत्ता के गलियारे में भी गंभीरता से लिया जा रहा है। इस बीच, उनके खिलाफ चल रही सीबीआई जांच में तेजी आ गई।
उन पर मुकदमा दर्ज होने और गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। इसको लेकर जितने मुंह उतनी बातें भी हो रही हैं। इस पर रावत अपना पक्ष जनता के बीच रख रहे हैं। उनकी ये स्ट्रेटजी काम करती दिख रही है।
हाल के दिनों में जनता के बीच हरीश रावत के लिए सहानुभूति पनपती दिख रही है। लोग विभिन्न वजहां से उन्हें और कांग्रेस को याद तो करने ही लगे हैं। भले ही उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में कई नकारात्मक बातें भी रही हों। बावजूद इसके लोग उनके सीएम रहते हुए उन तक आसानी से पहुंचने की बात को खूब याद कर रहे हैं।