हर परीक्षा में यूकेएसएसएससी की भूमिका रही है संदिग्धः कांग्रेस
सीबीआई जांच कराए सरकारः करन माहरा
हाकम के मंत्रियों के साथ तस्वीरें क्या कहलाती हैंः कापड़ी
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के गठन के बाद कराई गई हर परीक्षा में आयोग की भूमिका ही संदिग्ध रही है। ऐसे में जरूरी है कि सीबीआई से जांच कराई जाए। ताकि पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हाकम सिंह की मंत्रियों और आलाधिकारियों के साथ सोशल मीडिया में वायरल तस्वीरों की कहानी भी सामने आ सकें।
ये कहना है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और प्रतिपक्ष के उपनेता भुवन कापड़ी का। पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आयोग पर आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में परीक्षा कराने वाली एजेंसी की भूमिका भी हर परीक्षा में संदिग्ध है। आयोग की सभी भर्तियों की सीबीआई जांच कराई जाए।
कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग में सभी भर्ती परीक्षाओं में पेपर छपते समय लीक होने की बात लगातार सामने आ रही है। इससे साफ है कि आयोग के जिम्मेदार लोग अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वाह नहीं कर रहे थे, क्योंकि पेपर छपने की गोपनीयता एवं सुरक्षा की पूर्ण जिम्मेदारी अध्यक्ष और सचिव की थी। उन पर तत्काल प्रभाव से लापरवाही करने के लिए पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।
उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने आरोप लगाया कि आरोपित हाकम सिंह के साथ मंत्रियों और आलाधिकारियों के तस्वीर सामने आ रही हैं। इस पर भी स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। कहा कि जिसे पेपर लीक मामले का मास्टमर माइंड बताया जा रहा है कि उसकी मंत्रियों के साथ फोटो से युवा हतप्रभ हैं और वो हतोत्साहित हो रहे हैं।
कापड़ी ने कहा कि एसटीएफ राज्य सरकार के अधीन काम करने वाली संस्था है, उसके अधिकार भी राज्य में सीमित हैं तो आप समझ सकते हैं कि आगे एसटीएफ की जांच किस प्रकार चलेगी। राज्य एजेंसी होने के कारण उनकी जांच को प्रभावित किया जा सकता है। वहीं अब पेपर लीक का मामला उत्तर प्रदेश से भी जुड़ चुका है।
लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं। ऐसे में एसटीएफ का दूसरे राज्य में जांच करना संभव नहीं होगा। अतः हम राज्य सरकार से मांग कर मांग करते हैं। अगर वह उत्तराखंड के युवाओं के भविष्य के लिए चिंतित है तो चयन आयोग की सभी भर्तियों की सीबीआई जांच कराई जाए।