पुस्तक प्रदर्शनी में छात्र/छात्राओं ने दिखाई रूचि
अच्छी पुस्तकें छात्रों में चरित्र निर्माण में सहायक : प्रो. राणा
तीर्थ चेतना न्यूज
नई टिहरी। हे0न0ब0ग0वि0वि0 केबाद़शाहीथौल स्थित एसआरटी परिसर में आयोजित पुस्तक प्रदर्शनी में शिक्षकों, शोधार्थियों एवं छात्र/छात्राओं द्वारा खूब रूचि दिखाई गई। विभिन्न विषयों की लगभग दस हजार पुस्तकों का चयन किया गया।
स्वामी रामतीर्थ परिसर बाद़शाहीथौल टिहरी, में एक दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन परिसर निदेशक प्रो0 ए0ए0बौड़ाई एवं विश्वविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष प्रो0 एम0एस0राणा द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर संयुक्त रूप से किया। प्रो0 एम0एस0 राणा नें कहा ै कि, पुस्तक, छात्र एवं शिक्षक का त्रिकोण किसी भी राष्ट्र के उन्नति के लिए आवश्यक है।
कहा जिस भी देश में पुस्तकों का छात्रों एवं शिक्षकों ने अपना मित्र बनाया है उस देश के नागरिक में शिक्षा के साथ-साथ अपने-अपने रोजगार पर कार्यरत है ऐसे पुस्तक प्रदर्शनी या मेले से पुस्तकों एवं छात्रों की बीच की दूरी कम होती है। और अध्ययन के प्रति उनकी रूचि बढ़ती है।
प्रो0 राणा द्वारा कुलपति प्रो0 अन्नपूर्णा नौटियाल का इस पुस्तक प्रदर्शनी के लिए सहयोग एवं मार्गदर्शन हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा है कि वि0वि0 के पुस्तकालयों में उŸाम साहित्य के लिए धन आवंटन करना हो या पुस्तकालय सुविधाओं को छात्रों को उपलब्ध करवाना है उसे क्रियान्नवयन करने के लिए सदैव अपनी स्वीकृति एवं मार्गदर्शन प्रदान करती रही है।
परिसर निदेशक प्रो0 ए0ए0 बौड़ाई ने सभी प्रकाशकों, पुस्तक वितरकों, एवं प्रदर्शनी में आये अतिथियों का स्वागत करते हुये विभागाध्यक्षों से अनुरोध किया है कि वे सर्वोच्च साहित्य का चयन इस प्रदर्शनी से करें ताकि छात्र/छात्राओं को सी0बी0सी0एस0 एवं सैमेस्टर पद्धति की नवीन पुस्तकें मिल सके। तथा परिसर में कोई भी छात्र अच्छे साहित्य से वंछित न रह सके।
प्रिसर के पुस्तकालयाध्यक्ष हंसराज बिष्ट ने अवगत कराया है कि, इस पुस्तक प्रदर्शनी में 85 पुस्तक प्रकाशकों एवं वितरकों द्वारा प्रतिभाग किया गया और उनके द्वारा लगभग 35 हजार पुस्तकें इस प्रदर्शनी में रखी गयी है जिसमें दस हजार पुस्तकों का चयन परिसर के छात्र/छात्राओं शोधार्थीयों एवं फैकल्टी के सदस्यों के अध्ययन हेतु चयननित की गयी है। और सी0बी0एस0 एवं सैमेस्टर पद्धति की नवीन पुस्तकों का चयन होने से छात्र/छात्राओं को इनका लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर पूर्व निदेशक, प्रो0 डी0एस0कैन्तुरा, प्रो0 आर0सी0 रमोला, प्रो0 एम0एस0नेगी, प्रो0 सुनिता गोदियाल, डॉ0 आर0वी गोदियाल, प्रो0 पी0डी0सेमल्टी, प्रो0 एन0के0अग्रवाल, प्रो0 जयदीप सिंह नेगी, प्रो0 वी0एस0सिंह, डॉ0 पितृश भट्ट, डॉ0 के0सी0 पेटवाल, डॉ0 पी0सी0 पेन्यूली, डॉ0 संजू सजवाण नेगी, डॉ0 दिनेश नेगी, डॉ0 प्रेम बहादुर, डॉ0 हिमानी बिष्ट, डॉ0 अनुप सेमवाल, श्रीनगर पुस्तकालय के प्रभारी पवन बिष्ट, सुदामा लाल, राजेन्द्र सिंह कठैत, राकेश रमोला, दिनेश मंमगाई, अजय नेगी, ऊषा नेगी छात्रसंघ के नेता अक्षत पवन विजलवान, पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह तडियाल, भगत सिंह चौहान, प्यारे लाल, मोहन सिंह, डॉ0 आशा, डॉ0 पूजा बिष्ट आदि मौजूद थे।