भाजपा कार्यकर्ताओं पर कृपा कहां अटक गई
न दायित्व बंट रहे और न कैबिनेट का विस्तार हो रहा
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। लगता है भाजपा कार्यकर्ताओं के हिस्से की कृपा कहीं अटक गई है। कार्यकर्ताओं को शासन में दायित्व देने की बात चर्चा से आगे नहीं बढ़ रही है। कैबिनेट में खाली पड़ी चार कुर्सियों को भी माननीय विधायकों का इंतजार है।
इंतजार का फल मीठा होता है। ज्यादा इंतजार फल की मिठास कम कर देता है और कभी इससे भी बुरी स्थिति हो जाती है। ऐसा ही कुछ -कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ में भी हो रहा है। कार्यकर्ता करीब एक साल से शासन में दायित्व पाने की राह ताक रहे हैं।
अब हुआ तब हुआ का दौर भी कई बार हो चुका है। मगर, दायित्व नहीं बंटे। बीच में एक सूची जरूर वायरल हो गई थी। पार्टी संगठन ने इसे फेक बताया था। हालांकि इस सूची में भी कुछ खास नाम जरूर थे। ये सूची कितनी सच्ची और कितनी झूठी थी ये दायित्व बंटने के बाद ही पता चल सकेगा।
बहरहाल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली के हर दौरे के बाद दायित्वों की झुर्री झुर्री फैल जाती है। मगर, होता कुछ नहीं है। यही हाल कैबिनेट में खाली पड़े चार पदों का भी है। चार कुर्सियों को माननीय विधायकों का इंतजार है।
कैबिनेट में फेरबदल की चर्चाएं अब दम तोड़ने लगी हैं। जानकार बताते हैं कि राज्य में कैबिनेट विस्तार तो होते रहे हैं। मंत्रियों को हटाने की परंपरा नहीं रही है। बहरहाल, अब मजाक भी चलने लगा है कि आखिर भाजपा कार्यकर्ताओं पर कृपा कहां अटकी हुई है।