ऋषिकेश। उत्तराखंड में भाजपा पार्टी विधायकों के बिगड़े बोल और हरकतों से परेशान है। विधायक चेतावनी के बावजूद भी पार्टी के अनुशासन को तोड़ रहे हैं। कहा जाने लगा है कि भाजपा के अनुशासन पर अब सत्ता का रोग लग गया है।
भाजपा अब पार्टी विद डिफरेंस नहीं रही। सत्ता की भूख और कुनबा बढ़ाने की गरज से पार्टी अब अनुशासन से समझौता करने लगी है। उत्तराखंड में तो कम से कम ऐसा ही लग रहा है। यहां पार्टी संगठन कुछ विधायकों के बिगड़े बोल और हरकतों से परेशान है।
चेतावनी और नौटिस का पार्टी के माननीय विधायकों पर खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। पार्टी बिगड़े बोल वाले एक विधायक से निपट भी नहीं पाती की दूसरे विधायक के बिगड़े बोल उसकी किरकिरी करा देते हैं। बिगड़े बोल ऐसे होते हैं कि पार्टी अब क्या करें और क्या न करें की स्थिति में आ जाती है।
रूद्रपुर के विधायक राजकुमार ठुकराल तो सुधरने को तैयार ही नहीं हैं। यही हाल कुछ और विधायकों का भी है। इसे जनता में पार्टी की छवि प्रभावित हो रही है। कांग्रेस इन विधायकों के नाम पर भाजपा के अनुशासन पर सवाल खड़े कर रही है।
इसे भाजपा भले ही राजनीति बता रही हो। मगर, सच ये है कि आम जन में भी भाजपा की छवि तेजी से अन्य दलों जैसी बन रही है।
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