आज या कल कब मिल रहे भाजपाइयों को दायित्व

कौन ले रहा धैर्य की परीक्षा
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। वरिष्ठ/ निष्ठावान भाजपाइयों को सरकार में दायित्व देने का मामला आज-कल और आजकल के फेर से बाहर नहीं निकल पा रहा है। लंबे होते इंजार से अब सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कौन ले रहा धैर्य की परीक्षा।
भाजपा के देवतुल्य कार्यकर्ता वास्तव मंे धैर्यवान होते हैंं। राजनीति में ऐसा धैर्य काबिलेतारीफ है। संभवतः कार्यकर्ताओं के धैर्य से ही पार्टी लगातार आगे बढ़ रही है। धैर्य की परीक्षा से कार्यकर्ता और मजबूत हो रहे हैं। बहरहाल, ताजा मामला उत्तराखंड का है।
यहां करीब तीन माह से वरिष्ठ/ निष्ठावान भाजपाइयों को सरकार में दायित्व देने की चर्चा जोरों पर है। पार्टी के प्रदेश प्रमुख कई बार दायित्व वितरण को लेकर बयान दे चुके हैं। हर बायान में जल्द, आज-कल, आजकल की बात होती है।
पहले होली पर इंतजार हुआ। फिर विधानसभा के गैरसैंण सत्र के बाद। नवरात्र पर दायित्व बंटने की बात हुई। मगर, दायित्व नहीं बंट सकें। अब कुछ दिनों से ये बात धीरे-धीरे चर्चा से बाहर हो रही है। कार्यकर्ता बूथ की मजबूती में जुट गए हैं।
बहरहाल, सरकार के दायित्व देने का मामला लंबा क्यों खिंच रहा है इसको लेकर पार्टी के भीतर और बाहर जितने मुंह उतनी बातें हो रही हैं। सवाल उठ रहा है कि आखिर कौन ले रहा है कार्यकर्ताओं के धैर्य की परीक्षा।