अंकिता हत्या मामले को मुखरता से उठाने पर बनाया जा रहा गरिमा दसौनी को निशाना

अंकिता हत्या मामले को मुखरता से उठाने पर बनाया जा रहा   गरिमा दसौनी को निशाना
Spread the love

लोकतंत्र में विपक्ष के प्रति ऐसा दमनात्मक रवैया पहली बार

तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। अंकिता भंडारी हत्या के मामले को मुखरता से उठाने पर कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी को निशाना बनाया गया। उनके खिलाफ लगातार मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। लोकतंत्र में विपक्ष के प्रति ऐसा दमनात्मक रवैया पहली बार दिख रहा है।

कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी के खिलाफ दर्ज मुकदमे के विरोध में कांग्रेस खुलकर सामने आ गई। बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने संयुक्त प्रेस वार्ता में मामले को लेकर रोष व्यक्त किया। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने मुख्य प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी की निजता के अधिकार पर भाजपा नेत्री द्वारा किये गये हनन पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरह की मानसिकता का परिचय केवल भाजपा के लोग ही दे सकते हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने अपने निजता के अधिकार के हनन की शिकायतं पांच अक्टूबर 2022 को ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को सौंप दी थी। परन्तु पुलिस विभाग द्वारा शिकायती पत्र पर आज तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया और न ही अभी तक रिपोर्ट दर्ज की गई है और ना ही कोई उचित कार्रवाही ही की गई है। जबकि फिक्की की अध्यक्षा एवं भाजपा नेत्री डॉ0 नेहा शर्मा द्वारा छह अक्टूबर को गरिमा महरा दसौनी के खिलाफ दिये गये शिकायती पत्र पर पुलिस विभाग द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए गरिमा के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर दी गई।

धस्माना ने कहा की उत्पीड़न यहीं पर नहीं रुका 8 अक्टूबर को बाल आयोग की अध्यक्ष के द्वारा और 10 अक्टूबर को महिला आयोग की अध्यक्ष के द्वारा गरिमा दसौनी के खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपा गया जिनका कोई ठोस आधार नहीं है।उन्होंने कहा की विपक्ष के प्रति इस तरह का दमनकारी एवम् पक्षपातपूर्ण व्यवहार आज तक किसी भी सरकार द्वारा नही किया गया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है।

गरिमा मेहरा दसौनी ने वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि क्या पहाड़ की बेटी अंकिता के साथ हुए जघन्य अपराध के खिलाफ आवाज उठाना गलत है? क्या जन सरोकारों से जुडे हुए मुद्दों को उठाना गलत है? भाजपा सरकार को इसका जबाव देना चाहिए। उन्होंने कहा की उनका अपराध क्या था?? अंकिता हत्याकांड में भाजपा नेत्रियों की चुप्पी पर सोशल मीडिया के जरिए कटाक्ष करना ??

दसौनी ने कहा की भाजपा सरकार और पुलिस प्रशासन के द्वारा की गई इस कार्यवाही के बावजूद उनका मनोबल नहीं टूटा है और वह जन सरोकारों के लिए सदैव संघर्षरत रहेंगी और यदि सरकार ने अपना रवैया नही बदला तो कांग्रेस पार्टी सदन से लेकर सडक तक संघर्ष करने का काम करेगी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार अंकिता हत्याकाण्ड के मामले में सीबीआई जॉच कराये जाने की मांग कर रही है पर भाजपा की सरकार सीबीआई जॉच कराने की बजाय कांग्रेस नेताओं का उत्पीडन कर रही है। उन्होंने कहा भाजपा के नेताओं/नेत्रियों ने अभी तक उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता की जघन्य हत्याकाण्ड की आवाज नही उठाई है, आंखिर भाजपा चुप क्यों है? उन्होंने कहा कि इससे साफ प्रतीत होता है कि भाजपा अपने नेता को बचाने का प्रयास कर रही है।

उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के किसी भी प्रकरण पर भाजपा के बड़बोले नेता देश में कोहराम मचा देते हैं उन्होंने कहा कि भाजपा के एक विधायक खुलेआम देवी देवताओं को अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, विष्णु भगवान, अराध्य देव शंकर भगवान का अपमान कर रहे है, इस तरह के बयान शर्मशार करने वाले है। उन्होंने कहा कि भाजपा का असली चेहरा सबके सामने है भाजपा को इसका जबाव देना चाहिए। वार्ता को संबोधित करते हुए महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा की अंकिता के मन सम्मान की इस लड़ाई में समस्त उत्तराखंड कांग्रेस गरिमा मेहरा दसौनी के साथ खड़ी है।

क्योंकि लगातार कांग्रेस के नेता भारतीय जनता पार्टी के कुकृत्य को उजागर कर रहे हैं, व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार पर हमला बोल रहे हैं इसलिए सुनियोजित षड्यंत्र के चलते भारतीय जनता पार्टी कि सरकार के द्वारा विपक्ष के साथ भेदभाव किया जा रहा है।

प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, मीडिया सलाहकार अमरजीत सिंह, मीडिया पेनेलिष्ट लक्ष्मी अग्रवाल, अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन लाल उपस्थित थे।

Tirth Chetna

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *