काव्य रत्न से सम्मानित होंगे देवप्रयाग के अनिल पालीवाल
नोयडा। भारत रत्न प्राप्त विभूतियों पर तैयार किए गए काव्य ग्रंथ के लोकार्पण के मौके पर देवप्रयाग के अनिल पालीवाल काव्य रत्न से सम्मानित किए जाएंगे।
अंतर्राष्ट्रीय शब्द सर्जन के बैनर तले होने अंतर्राष्ट्रीय काव्य संग्रह भारत के भारत रत्न का भव्य लोकार्पण 15 मई को हिन्दी भवन में होगा। इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। देश के साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों की नजर इस आयोजन पर है। इसको लेकर लोगों में खासा उत्साह दिख रहा है।
लोकार्पण कार्यक्रम में देश-विदेश के 150 से अधिक साहित्यकार शिरकत करेंगे। भारत के भारत रत्न के सहभागी रचनाकार देवप्रयाग के अनिल पालीवाल को काव्य रत्न से सम्मानित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि उक्त काव्य संग्रह को आकार देने के लिए 301 कवियों ने भारत रत्न विजेताओं पर ऑनलाइन काव्य पाठ किया था।
इसमें अनिल पालीवाल भी शामिल थे। पेशे से इंजीनियर पालीवाल की साहित्य की दुनिया से जुड़े हैं। भारत रत्न महोत्सव नाम से हुए इस आयोजन को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। भारत के भारत रत्न काव्य संग्रह मे 215 कवियों की रचनाओं को शामिल किया गया है।
काव्य ग्रंथ में करीब डेढ़ दर्जन देशों के साथ ही भारत के विभिन्न राज्यों के रचनाकारों की रचनाओं को स्थान मिला है। काव्य संग्रह के संपादन और संकलन को अंतर्राष्ट्रीय शब्द सृजन के अध्यक्ष डा. राजीव कुमार पांडेय और महासचिव ओंकार त्रिपाठी ने बेहतर ढंग से अंजाम दिया। निकष प्रकाशन, दिल्ली ने इस ऐतिहासिक महत्व के ग्रंथ को प्रकाशित किया है।
बहरहाल, 15 मई को प्रस्तावित लोकार्पण कार्यक्रम का सफल बनाने के लिए संस्था के पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। अपनी तरह से के इस ग्रंथ के लोकार्पण को लेकर देश के साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों में उत्साह है। हर को भारत के भारत रत्न पर आधारित कविताओं से रूबरू होना चाहता है।