एम्स के निदेशक ने प्रदेश के मुख्य सचिव का गजब का प्रस्ताव दिया है। इसमें मुताबिक सरकार यदि एम्स के डॉक्टर को हेली सेवा मुहैया कराती है तो वो पर्वतीय क्षेत्रों में सेवा को तैयार हैं।
वास्तव में उत्तराखंड में हर कोई बहती गंगा में हाथ धोने को बेताब है। किसी की नजर यहां के सरकारी स्कूलों पर है तो कोई यहां जमीन चाहता है। कुछ को सुविधाजनक स्थानों पर स्थित सरकार हॉस्पिटल भा रहे हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स एक कदम आगे बढ़ गया है।
एम्स के निदेशक डा. रविकांत ने प्रदेश के मुख्य सचिव एस. रामास्वामी से मुलाकात की। मुलाकात में उन्होंने प्रस्ताव रखा कि यदि प्रदेश सरकार हेली सेवा उपलब्ध कराती है तो एम्स के डाक्टर पर्वतीय क्षेत्रों में सेवा देना को तैयार है। लगे हाथ उन्होंने एम्स परिसर में हेलीपैड बनाने की मांग भी रख दी।
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि एम्स, ऋषिकेश का परफारमेंस अभी तक आशतीत नहीं रहा है। लोगों को इसकी व्यवस्थाओं से मोहभंग होने लगा है। लोगों को संतुष्ट न कर सकने वाला एम्स अब सरकार से पर्वतीय क्षेत्रों में सेवा देने की बात कर रहा है वो भी हेली सेवा उपलब्ध होने पर।