नरेंद्रनगर कभी टिहरी का जिला मुख्यालय हुआ करता था। इस बात का अहसास कराने वाले करीब आधा दर्जन जिला स्तरीय कार्यालय भी अब नई टिहरी शिफ्ट हो जाएंगे।
वर्ष 1989 तक नरेंद्रनगर टिहरी जिले का हेडक्वार्टर हुआ करता था। बांध जनित नई टिहरी बसा तो जिला मुख्यालय को वहां शिफ्ट कर दिया गया। तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने कुछ जिला स्तरीय कार्यालयों को यहीं रहने दिया। इस संबंध में शासनादेश तक हुआ।
इसके बावजूद इस वर्ष के शुरू में नरेंद्रनगर से कार्यालयों को नई टिहरी शिफ्ट करने के फरमान शासन में बैठे अधिकारियों ने जारी करने शुरू कर दिए। विधायक सुबोध उनियाल के विरोध के चलते ऐसा संभव नहीं हुआ।
मार्च में राज्य में राज्य में हुए राजनीतिक उथल पुथल के दौरान इस दिशा में तेजी से काम हुआ। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। हाईकोर्ट ने आठ माह के अंदर सभी जिला स्तरीय कार्यालयों को नरेंद्रनगर से नई टिहरी शिफ्ट करने का फरमान जारी कर दिया।
ये बात सामने आ रही है कि प्रदेश सरकार ने इस मामले में नरेंद्रनगर का पक्ष मजबूती से नहीं रखा। कोर्ट के निर्देशों पर भले ही आम आदमी मौन हो। मगर, सरकार के रवैए को लेकर लोगों में नाराजगी है।